21-12-2021: उत्तराखंड के राज्यपाल मंगलवार को अपने निर्धारित कार्यक्रमानुसार जनपद चम्पावत के बनबसा पहुंचे।
राजभवन देहरादून 21दिसम्बर, 2021
उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत) मंगलवार को अपने निर्धारित कार्यक्रमानुसार जनपद चम्पावत के बनबसा पहुंचे। राज्यपाल का जिलाधिकारी श्री विनीत तोमर, अपर जिलाधिकारी श्री शिवचरण द्विवेदी, एसडीएम श्री हिमांशु कफल्टिया समेत अन्य अधिकारियों द्वारा पुष्प गुच्छ प्रदान कर स्वागत किया गया, साथ ही पुलिस टीम ने गार्ड ऑफ ऑनर द्वारा सलामी दी।
इसके उपरांत राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत) बनबसा के शिव मंदिर पहुंचे। इसके बाद राज्यपाल एनएचपीसी के विश्राम गृह पंहुचे जहाँ उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक कर जिले के बारे में विभिन्न जानकारियां ली।
राज्यपाल ने एनएचपीसी गेस्ट हाउस में जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, वनाधिकारी, एसडीएम टनकपुर, मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला विकास अधिकारी के साथ बैठक कर जनपद में संचालित विभिन्न कार्यों, गतिविधियों, स्वास्थ्य व्यवस्थाओं, स्वरोजगार के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों, गतिविधियों के साथ ही कानून एवं शांति व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने सभी अधिकारियों से उनकी उपलब्धि एवं चुनौतियों की भी जानकारी प्राप्त कर कहा कि सभी अपनी-अपनी ऊर्जा एवं पोटेंशियल का प्रयोग करे तथा जनपद की जनता के जीवन स्तर को सुधारें। बैठक के दौरान राज्यपाल ने कहा कि चम्पावत जिला एक सीमांत जनपद होने के साथ ही यहाँ की भौगोलिक परिस्थितियां अपने आप में अलग हैं, यहां पर सड़क कनेक्टिविटी के साथ ही संचार माध्यमों को बेहतर करना आवश्यक है,इस क्षेत्र में कार्य किया जाय। उन्होंने कहा कि जनपद में वन्य उत्पादों एवं जड़ी बूटियों की संभावनाएं पर्याप्त हैं जिसका सही ढंग से प्रयोग कर इससे जनता के रोजगार को भी जोड़ कर इससे लोगों के जीवन को सुविधाजनक बनाएं।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी श्री विनीत तोमर द्वारा राज्यपाल को जनपद चम्पावत जिले की भौगोलिक परिस्थितियों, संचालित कार्य, किए जा रहे अभिनव प्रयासों के साथ ही होने वाली विभिन्न समस्याओं, प्राकृतिक आपदा की घटनाओं व उनसे निपटने हेतु की जाने वाली विभिन्न व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार से अवगत कराया। राज्यपाल ने जनपद के समस्त अधिकारियों को कहा कि जनपद के सीमांत होने के कारण अवैध घुसपैठ, नशीले पदार्थों की तस्करी जैसे अनेक अपराधों के बढ़ने की संभावना रहती है, इसलिए प्रशासन को पूरी तत्परता से इसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि चम्पावत में ईश्वर ने अनोखी सुंदरता प्रदान की है तथा अनेक गतिविधियां यहां संभव है जिससे लोगों को रूबरू कराकर इस क्षेत्र का विकास किया जा सकता है।
चिकित्सा के बारे में चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि मुख्यचिकित्सा अधिकारी सभी संबंधित अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर चिकित्सा संबंधी चुनौतियों से निपटने का प्रयास करें। उन्होंने कोरोंना के संभावित खतरों को लेकर भी चर्चा की। उन्होंने लोगों को वैक्सिनेशन के प्रति उत्साह के साथ भागीदार बनाए जाने की कोशिशों की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि सभी लोगों को शत प्रतिशत वैक्सिनेशन के लिए प्रोत्साहित करें।
उन्होंने कहा कि चम्पावत के प्रति उनका खास लगाव है, वह पूर्व में इस क्षेत्र में कार्य कर चुके हैं। उन्होंने कहा यहां की सुंदरता एवं यहां के लोगों के प्रेम भाव ने उन्हें हमेशा इस ओर आकर्षित किया है। इसके बाद उन्होंने भूतपूर्व सैनिकों के साथ वार्ता की। उन्हें अपने स्तर से हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। कहा कि उनकी जो भी समस्याएं हैं, उनसे उन्हें अवगत कराएं जिससे उनका निराकरण हो सके। इसके बाद स्थानीय लोगों ने राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें शुभकामनाएं दी तथा अपनी समस्याओं से अवगत कराया।
बैठक में जिलाधिकारी श्री विनीत तोमर, एसपी देवेन्द्र पींचा, प्रभावित वनाधिकारी तराई ईस्ट संदीप कुमार, अपर जिलाधिकारी श्री शिवचरण द्विवेदी, एसडीएम हिमांशु कफल्टिया, कमांडेंट 57 वीं एसएसबी सितारगंज, जीएम एनएचपीसी राजीव सचदेवा, डॉ केके अग्रवाल, डीडीओ संतोष कुमार पंत तथा अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
………..0………….