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    18-11-2021 : राज्यपाल ने प्रदेशवासियों को गुरू नानक देव के प्रकाश पर्व और कार्तिक पूर्णिमा की बधाई एवं शुभकामनाएँ दी

    प्रकाशित तिथि: नवम्बर 18, 2021

    राजभवन देहरादून, 18 नवम्बर, 2021

    राज्यपाल ले ज गुरमीत सिंह (से नि) ने प्रदेशवासियों को गुरू नानक देव के प्रकाश पर्व और कार्तिक पूर्णिमा की बधाई एवं शुभकामनाएँ दी है।
    राज्यपाल ले ज गुरमीत सिंह (से नि) ने कहा कि यह प्रकाश पर्व हमें गुरुनानक देव जी के बताए हुए मार्ग पर चलने तथा उनकी शिक्षाओं को जीवन में आचरण करने का मार्ग दिखाता है। उनकी शिक्षाओं में ‘इक ओंकार सत नाम ’ का मूल मंत्र गहन प्रेरणा देने वाला है। भलाई के मार्ग पर चलने के सिद्धांत, करुणा, न्याय और समानता की भावना को प्रदर्शित करने वाली उनकी शिक्षाएं सारी मानव जाति का मार्गदर्शन करने वाली हैं।
    राज्यपाल ले ज गुरमीत सिंह (से नि) ने कहा कि गुरू नानक देव जी के ‘नाम जपो, कीरत करो’ के संदेश में, उनकी सभी शिक्षाओं का सार है। उनकी पवित्र शिक्षाएं हम सब के लिए प्रेरणा देने वाली हैं। उनकी शिक्षाएं समाज को एकता के सूत्र में संजोने का कार्य करने वाली हैं। गुरु महाराज के पवित्र उपदेशों नें बंधुता और सौहार्द की भावना के साथ जीवन को जीने की कला सिखाई है। उनके प्रकाशमय जीवन ने भारतीय समाज को भेद-भावना से रहित सामाजिक समरसता की विशिष्ट जीवनशैली दी है। जाति, पंथ तथा स्‍त्री-पुरुष के आधार पर भेदभाव किए बिना, सभी मनुष्‍यों को समान भाव से देखने की दृष्टि दी है। उनकी शिक्षाओं पर गहराई से विचार करने पर जीवन का सार तत्व मिल जाता है।
    राज्यपाल ले ज गुरमीत सिंह (से नि) ने कहा कि गुरू नानक देव जी ने समाज को सेवाभाव का मार्ग दिखाया और अपने कर्तव्यों पर चलते हुए परिश्रम और ईमानदारी से कार्य करने की प्रेरणा दी है। उन्होंने प्रत्येक व्यक्ति को आत्मसम्मान पर आधारित जीवन जीने का बोध कराया है। भारतीय समाज और संस्कृति को एक नयी चेतना दी है। उनका आध्यात्मिक दर्शन व्यक्ति को सामाजिक चिन्तन और सेवा भाव के लिए प्रेरित करने वाला है।
    राज्यपाल ले ज गुरमीत सिंह (से नि) ने कहा कि गुरु नानक देव जी की ऐसी पवित्र शिक्षाओं के प्रसार के लिए उत्तराखण्ड की यह धरती समर्पित है। यह उत्तराखण्ड की धरती गुरु परम्परा की समृद्ध धरती है। गुरु गोविंद सिहं जी की दिव्य तपस्थली हेम कुंड साहिब तथा गुरु नानक देव जी की चमत्कारिक शक्ति का केन्द्र रीठा साहिब, नानकमत्ता साहिब और गुरु परम्परा के अनेक पवित्र स्थान इस उत्तराखण्ड की धरती पर गुरु महाराज की शिक्षाओं का प्रसार कर रहे हैं।
    राज्यपाल ले ज गुरमीत सिंह (से नि) ने कहा कि उत्तराखण्ड में स्थित इन पवित्र सिक्ख तीर्थ स्थानों पर मत्था टेकने की हर संगत की आस होती है। हिमालय सें स्थित गुरुओं के पावन द्वार हेम कुंड साहिब की यात्रा का संकल्प लेकर भी अनेक स्थानों से हर साल बड़ी संख्या में संगत हेमकुंड साहिब की यात्रा पर उत्तराखण्ड आती है, हेम कुंड साहिब की यह यात्रा कठिन लगती थी पर अब पहाड़ों पर सड़कों के विस्तार हो जाने से सुविधाजन हो गयी है। यह प्रसन्न्ता का विषय है कि हेमकुंड साहिब तक रोपवे का निर्माण किया जा रहा है। अब दुनियाभर से सिक्ख श्रद्धालु हेमकुंड साहिब के दर्शन सुविधापूर्वक कर पायेंगे।
    राज्यपाल ले ज गुरमीत सिंह (से नि) ने कहा कि हम सब इस पावन पर्व पर गुरुओं की पवित्र शिक्षाओं पर अटूट श्रद्धा, गहरी आस्था, दृढ़ विश्वास के साथ पवित्र परम्पारओं को आगे बढाने का संकल्प लें। गुरु महाराज के बताये गये मार्ग पर न्यायपूर्ण, समावेशी और सामंजस्यपूर्ण समाज के सपने को पूरा करने के लिए खुद को समर्पित करने का संकल्प लें। इस प्रकाश पर्व को अपने जीवन में उतारने का संकल्प लें।