03-06-2021:राज्यपाल ने स्वामी चिदानंद सरस्वती को जन्म दिवस की शुभकामनाएं दी।
राजभवन देहरादून 03जून, 2021
राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने गुरूवार देर सायं को परमार्थ निकेतन के स्वामी चिदानंद सरस्वती को उनके 69वें जन्म दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने वर्चुअल माध्यम से कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। राज्यपाल ने स्वामी चिदानंद सरस्वती जी के स्वस्थ और दीर्घायु जीवन की कामना की। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि हम सभी की हार्दिक इच्छा तो यही थी कि आपके सानिध्य में कुछ क्षण व्यतीत कर आपका आशीर्वाद प्राप्त किया जाए किन्तु वैश्विक महामारी कोरोना के कारण ऐसा हम सभी के लिए संभव नहीं हो पा रहा है, लेकिन टैक्नोलाॅजी के इस युग में दूर से ही सही आपका आशीर्वाद ले पा रहे हैं।
राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि पूज्य स्वामी जी द्वारा चलाये जा रहे परम सेवा अभियान और परमार्थ के कार्यों को प्रतिदिन देखते हैं। स्वामी जी द्वारा कोरोना संकट में मानव सेवा और परहित के कार्यों से भी लोगों को प्राणवायु अवश्य मिली होगी।
राज्यपाल ने कहा कि स्वामी जी के प्राकट्य उत्सव के दूसरे दिन ही विश्व पर्यावरण दिवस है जिसकी अग्रिम शुभकामनाएँ उन्होंने समस्त परमार्थ निकेतन परिवार को दी।
राज्यपाल ने कहा कि परमार्थ निकेतन द्वारा पर्यावरण संरक्षण की दिशा में वृक्षारोपण, गंगा स्वच्छता अभियान जनमानस के लिए प्रेरणादायक है। पूज्य स्वामी जी द्वारा गंगा एक्शन परिवार वैज्ञानिकों, इंजीनियरों, विशेषज्ञों, स्वयं सेवकों एवं भक्तों का विश्व व्यापी परिवार है जो माँ गंगा के जल को निर्मल व अविरल बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। गंगा एक्शन परिवार द्वारा संचालित कार्य बहुमुखी एवं व्यापक हैं।
राज्यपाल ने कहा कि स्वामी जी द्वारा कम आयु से ही धर्म की ओर आसक्ति मानव सेवा भाव व विभिन्न भाषाओं में अभिव्यक्ति का गुण व्यक्तित्व को प्रभावी बनाता है। अनेक अवसरों पर स्वामी जी को विभिन्न पुरूस्कारों से सम्मानित किया गया, लेकिन इन सबसे प्रभावित हुए बिना स्वामी जी सन्यास पथ पर निस्वार्थ सरल भाव से मानव सेवा कर रहे हैं और दुनिया भर के अपने शिष्यों को सेवा के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
राज्यपाल ने कहा कि स्वामी जी डिवाइन शक्ति फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष हैं जो नारियों की ऊर्जा शक्ति व योग्यता के उपयोग हेतु समर्पित है। यह फाउंडेशन परित्यक्त, अनाथ बालक व बालिकाओं, विधाओं व गरीब महिलाओं की सहायता एवं शिक्षा में उनका सहयोग करता है। यह संगठन निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर भी पर्वतीय क्षेत्रों पर लगाता है, जहां स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध नहीं है।
राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने प्राकट्य दिवस में शामिल प्रत्येक सेवक और शिष्य से अपील करते हुए कहा कि अभी कोरोना संकट समाप्त नहीं हो पाया है। विशेषज्ञों द्वारा कोरोना की तीसरी लहर की भी पूर्व चेतावनी दी जा चुकी है जो हमारे नौनीहालों के लिए चिंताजनक बतायी गयी है, ऐसे में हम सभी को अपने-अपने स्तर पर जो भी संभव प्रयास बच्चों को सुरक्षित बनाये रखने व जीवन रक्षा के लिए आवश्यक है अभी से करने होंगे। मासूम बच्चों के लिए पीड़ित होने पर आवश्यक पड़ने वाले सभी संसाधनों की पूर्व तैयारी कर ली जानी चाहिए और इसमें आपकी संस्था हमेशा की तरह अग्रीम पंक्ति में राज्य का सहयोग करेगी।
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