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    24-01-2022:मतदाता निर्भीकता से अपने मताधिकार का प्रयोग करके लोकतंत्र को मजबूत करें -राज्यपाल

    प्रकाशित तिथि: जनवरी 24, 2022

    राजभवन देहरादून 24 जनवरी, 2022

    उत्तराखण्ड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने प्रदेशवासियों को ‘राष्ट्रीय मतदाता दिवस’ की बधाई एवं शुभकामनाएँ दी है। अपने संदेश में राज्यपाल ने कहा कि देश की प्रगति के लिए सुदृढ लोकतंत्र आवश्यक है और लोकतंत्र की सुदृढ़ता का आधार मतदाता है। मतदाता अपने विवेक के आधार पर निर्भीकता से अपने मताधिकार का प्रयोग कर लोकतंत्र की सुदृढ़ता में अपना अमूल्य सक्रिय योगदान दें।
    राज्यपाल ले ज गुरमीत सिंह (से नि) ने कहा कि लोकतंत्र का यह उत्सव संविधान द्वारा प्रदान की गई लोकतांत्रिक व्यवस्था के प्रति जनआस्था का प्रतीक है जो प्रत्येक मतदाता को एक निष्पक्ष व प्रगतिशील सरकार के चयन का अधिकार देता है। मतदाताओं का भी उत्तरदायित्व है कि वे लोकतंत्र की प्रतिष्ठा एवं मर्यादाओं की रक्षा के लिए जाति, धर्म, भाषा, समुदाय अथवा अन्य किसी प्रलोभन से प्रभावित हुए बिना निर्भयता से अपने मताधिकार का प्रयोग करें।
    राज्यपाल ने कहा कि मतदान अधिकार के साथ-साथ कर्तव्य भी है। मतदान सबसे बड़ा दान है। मतदान करके लोग निर्वाचन प्रक्रिया में अपनी भागीदारी करते है। मतदान से देश का लोकतंत्र और अधिक शक्ति सम्पन्न होता है। सभी जागरूक नागरिकों की यह भी नैतिक जिम्मेदारी है कि वे प्रत्येक वर्ष मतदाता सूची को सही और अपडेट रखने में निर्वाचन आयोग को अपना सहयोग दे।
    राज्यपाल ने उत्तराखण्ड में शान्तिपूर्ण, स्वतंत्र व निष्पक्ष तरीके से अब तक के हुए सभी निर्वाचनों के सम्पादन तथा निरन्तर बढ़ते मतदान प्रतिशत का श्रेय यहाँ के जागरूक नागरिकों को देते हुए कहा कि राज्य निर्माण के बाद उत्तराखण्ड में शांतिपूर्ण व सौहार्द्रपूर्ण तरीके से सभी चुनाव सम्पन्न हुए हैं। इसके लिए देवभूमि की जनता व यहां की प्रशासनिक मशीनरी बधाई की पात्र हैं। यहां पुरूषों की अपेक्षा महिला मतदाताओं का अधिक प्रतिशत रहा है। यह राज्य की प्रगतिशीलता को बताता है। राज्य के युवाओं को विश्व के सबसे बड़े व सफल लोकतांत्रिक देश का नागरिक होने पर गर्व करना चाहिए। भारत प्रगति के पथ पर अग्रसर है क्योंकि युवा प्रगति कर रहा है।
    राज्यपाल ने कहा कि चुनौतियों के बावजूद हमारी निर्वाचन प्रणाली निरन्तर परिपक्व हो रही है। भारतीय निर्वाचन प्रणाली निष्पक्ष प्रणाली है। अपनी आधुनिकता व सरल व्यवस्थाओं की विशेषता के आधार पर ही भारत निर्वाचन आयोग आज समस्त विश्व के लिए आदर्श बन चुका है।
    राज्यपाल ने सभी मतदाताओं से अपील की कि आगामी 14 फरवरी को होने जा रहे राज्य के विधानसभा चुनाव को भी शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न कराने और अपने मताधिकार का प्रयोग शत्-प्रतिशत करने का संकल्प लें। राज्यपाल ने राज्य में अब तक हुए निर्वाचनों तथा इस वर्ष विधानसभा निर्वाचन हेतु राज्य निर्वाचन विभाग की व्यवस्थाओं की सराहना की।

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