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    18-10-2021 : राज्यपाल ने कॉन्सट्यूशनल क्लब, नई दिल्ली में राष्ट्रीय सैनिक संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।

    प्रकाशित तिथि: अक्टूबर 18, 2021

    राजभवन देहरादून 18 अक्टूबर, 2021

    राज्यपाल ले ज श्री गुरमीत सिंह (से नि) ने सोमवार को कॉन्सट्यूशनल क्लब, नई दिल्ली में राष्ट्रीय सैनिक संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।
    कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये राज्यपाल श्री गुरमीत सिंह ने कहा कि समर्पित सदस्यों के अथक प्रयासों से ही राष्ट्रीय सैनिक संस्था युवाओं में राष्ट्रभक्ति की भावना को मजबूत करने, शहीदों के परिवारों की मदद करने, पूर्व सैनिकों के कल्याण तथा विभिन्न सामाजिक बुराईयों को खत्म करने जैसे महान लक्ष्यो को प्राप्त करने में सफल हो रही है। राज्यपाल ने कहा कि राष्ट्रीय सैनिक संस्था एक विशिष्ट संगठन है। सैनिक व सेना के लिये जय हिन्द तथा तिरंगा सर्वोपरि है। जय हिन्द देश को एक सूत्र में जोड़ता है। आने वाली चुनौतियों का सामना करने में मदद करेगा।
    राज्यपाल ने कहा कि यह गर्व का विषय है कि राष्ट्र सेवा को समर्पित राष्ट्रीय सैनिक संस्था से आज देशभर में लगभग 1 लाख तक पूर्व सैनिक तथा नागरिक जुड़ चुके हैं। यह समर्पित सदस्य शहीदों के परिवारों की मदद और भलाई तथा भूतपूर्व सैनिकों के कल्याण के लिये निरन्तर प्रयासरत है। शहीदों का सम्मान, वीरांगनाओं तथा शहीदों के माता पिता की मदद सबका साझा दायित्व है।
    राज्यपाल ने कहा कि पूर्व सैनिक अपने अनुभवों तथा ज्ञान का उपयोग राष्ट्रनिर्माण तथा समाज की भलाई में लगाये। कर्तव्यनिष्ठा, अनुशासन, ईमानदारी जैसे गुण हमेशा सैनिकों के साथ रहते हैं। आप सभी नेचुरल लीडर्स है। लोगों को राष्ट्र निर्माण और जनहित के कार्यों से जोड़े।
    राज्यपाल ने कहा कि विद्यार्थियों को स्कूलों, कॉलेजों में ही राष्ट्रनिर्माण व समाज सेवा के कार्यों के लिये प्रेरित किया जाना चाहिये। सभी नागरिकों को भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51 में वर्णित मूल कर्तव्यों को अवश्य पढ़ना चाहिये तथा उनका निष्ठापूर्वक पालन करना चाहिये।
    राज्यपाल ने कहा कि तपोभूमि, सैन्य धाम उत्तराखण्ड का राज्यपाल बनना मेरे लिये गर्व का विषय है। उत्तराखण्ड देश की रक्षा सेवा में 18 प्रतिशत से अधिक योगदान दे रहा है। प्रत्येक परिवार से कम से कम एक व्यक्ति सेना में हैं। यहां गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ, बद्रीनाथ जैसे चार पवित्र धाम, सिक्ख गुरूओं के पवित्र स्थल है। यह गुरू गोबिन्द सिंह जी की तपभूमि भी है जो एक सैनिक, सन्त तथा विद्वान थे। उत्तराखण्ड में रिवर्स माईग्रेशन के लिए कार्य किया जाना चाहिए।
    इस अवसर पर मेजर जनरल(रि0) श्री पी0के0 सहगल, मेजर जनरल(रि0) डॉ0 विपिन बक्शी, विंग कमांडर(रि0)श्री प्रफुल्ल बक्शी, कर्नल टी पी त्यागी, मेजर सुशील गोयल एच एच आचार्य डॉक्टर लोकेश मुनि, श्री राजेन्द्र बगासी व अन्य गणमान्य उपस्थित थे।