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    09-03-2024 : इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरेपिस्ट (आईएपी) के 61वें राष्ट्रीय सम्मेलन में मा. राज्यपाल महोदय का उद्बोधन

    प्रकाशित तिथि: मार्च 9, 2024

    जय हिन्द!

    इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरेपिस्ट के 61वें राष्ट्रीय सम्मेलन में आपके मध्य पहुँच कर, मुझे अपार प्रसन्नता हो रही है।

    मैं आयोजकों का दिल की गहराइयों से धन्यवाद करता हूं। वह इसलिए कि, आपने इस अहम आयोजन के लिए योग, आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा की सबसे उत्तम भूमि, देवभूमि को चुना है। मुझे अत्यंत ख़ुशी है कि 2000 से अधिक, मेडिकल फ़ील्ड के इतने महत्वपूर्ण प्रोफेशनल्स उत्तराखंड की पावन धरती में एक साथ जुट रहे हैं।

    यह आपके लिए बहुत ही गर्व का विषय है कि आप भारत के उस महान संकल्प को पूरा करने में जुटें है जिसके लिए हर भारतीय सदियों से प्रार्थना करता आया है। और वह संकल्प है “सभी प्रसन्न रहें, सभी स्वस्थ रहें, सबका भला हो, किसी को भी कोई दुख ना रहे।” इस संकल्प की सिद्धि की जिम्मेदारी अब आपके मजबूत कंधों पर है।

    साथियों,

    मैं मानता हूँ कि फिजियोथेरेपी प्रोफेशन हमारे राष्ट्र की हेल्थ सर्विस में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आपकी विशेषता और अनोखे विज्ञान का, हमारे देश के समग्र स्वास्थ्य देखभाल तंत्र में महत्वपूर्ण योगदान है। आप अपने पेशे के साथ ही सोसाइटी के लिए जो योगदान दे रहे हैं, वह काबिले तारीफ है।

    मुझे यह जानकर खुशी हुई कि इस साल के सम्मेलन में फिजियोथेरेपी के विकसित परिदृश्य और नए विकास पर चर्चा गहन होगी। मैं आप सभी से इसमें सक्रिय रूप से शामिल होकर इस सभा का पूरा लाभ उठाने के लिए अनुरोध करता हूं।

    मेरा मानना है कि चिकित्सा का क्षेत्र समाज सेवा का बहुत ही बड़ा माध्यम है। यह तथ्य सौ परसेंट सत्य है, “नर सेवा नारायण सेवा” के समान होती है। इसलिए आप सौभाग्यशाली है कि इस महत्वपूर्ण प्रोफेशन को अपनाकर आप जन-जन की सेवा कर पुण्य कमा रहे हैं।

    आज की भाग-दौड़ की जिंदगी में जब इंसान अपने स्वास्थ्य के प्रति चिंतित नहीं है, ऐसे में लोगों को सही आदतें, उचित मुद्रा, सही व्यायाम और उसके महत्व के बारे में जागरूक और शिक्षित करना बहुत जरूरी है। मेरा मानना है कि यदि योग की विशेषज्ञता को एक फिजियोथेरेपिस्ट के साथ जोड़ा दिया जाय तो इसकी शक्ति और इसके रिजल्ट कई गुना बढ़ जाएंगे।

    एक स्वस्थ आबादी न केवल अधिक प्रोडक्टिव होती है, बल्कि विपरीत परिस्थितियों का सामना करने के लिए भी अधिक अनुकूल होती है। इसलिए यह हम सभी के लिए बहुत जरूरी है कि हम अपने जीवन में स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें, और इसके प्रति सम्पूर्ण समाज को भी जागरूक करने का भरपूर प्रयास करें।

    साथियों,

    मैं जानता हूं कि कोई चोट हो, दर्द हो, चाहे युवा हों, या बुजुर्ग हों, खिलाड़ी हों, या फ़िटनेस के दीवाने हों, फीजियोथेरेपिस्ट तो हर परिस्थिति, हर उम्र के लोगों के सहयोगी बनकर उनकी तकलीफ दूर करते हैं।

    आप तो मुश्किल के समय में हर किसी के लिए आशा की किरण बनते हैं, क्योंकि, जब कोई व्यक्ति अचानक इंजरी या एक्सिडेंट का शिकार हो जाता है, तो उसके लिए ये केवल फ़िज़िकल ट्रॉमा नहीं होता। ये एक मेंटल और साइकोलॉजिकल चैलेंज भी होता है। ऐसे समय में फिजियोथैरेपिस्ट केवल उसका इलाज नहीं करता, बल्कि उसकी उम्मीद और हौसले को भी बढ़ाता है।

    मुझे बेहद खुशी है कि भारत सरकार ने फिजियोथेरेपी को एक प्रोफेशन के तौर पर मान्यता देकर भारत के हेल्थकेयर सिस्टम में आप सभी के अहम योगदान को भी मान्यता दी है। इससे आप सभी को भारत के साथ-साथ विदेश में भी काम करना आसान हो जाएगा।

    आज “खेलो इंडिया मूवमेंट” के साथ ही देश में “फिट इंडिया मूवमेंट” भी आगे बढ़ रहा है। इन सारे सेक्टर्स में हो रही ग्रोथ से सीधे-सीधे आपको भी बड़ा लाभ मिलेगा। हमने देखा है कि पहले हमारे यहां फैमिली डॉक्टर्स होते थे वैसे ही अब फैमिली फिजियोथेरेपिस्ट भी होने लगे हैं। इससे भी आपके प्रोफेशन का विस्तार हो रहा है।

    कहते है कि सबसे अच्छा फिजियोथेरेपिस्ट्स वही है, जिसके उपचार की जरूरत मरीज को बार-बार महसूस ना हो। यानि एक तरह से कहें तो आपका प्रोफेशन ही आपको आत्म-निर्भर का महत्त्व सिखाता है। हम कह सकते हैं कि लोगों को आत्म निर्भर बनाना ही आपका लक्ष्य है। इसी तरह आज देश के प्रत्येक नागरिक को भी आत्म निर्भर बनाना जरूरी है, ताकि विकसित भारत के निर्माण में हर भारतीय की भागेदारी सुनिश्चित हो सकें।

    आज तेजी से बढ़ते शहरीकरण, बड़ी आबादी और स्वास्थ्य देखभाल की बढ़ती आवश्यकताओं के साथ स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियां भी बहुत बढ़ रही हैं। लेकिन, इन चुनौतियों के बीच इनोवेशन करने और सभी के लिए एक स्वस्थ और अधिक समृद्ध भविष्य का मार्ग प्रशस्त करने के अनेकों अवसर भी छिपे हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि आप इन चुनौतियों को अवसर में बदल कर “स्वस्थ भारत विकसित भारत” के निर्माण में अहम भूमिका अदा करेंगे।

    विश्व भर में स्वास्थ्य सेवाओं को तहस नहस कर देने वाली कोविड-19 महामारी से उत्पन्न विशाल चुनौतियों के बावजूद, भारत में स्वास्थ्य सेवा सिस्टम ने न केवल दबाव को सहन किया बल्कि आज इस प्रकार की चुनौतियों से निपटने के लिए हम पहले की तुलना में कहीं अधिक तैयार हो गए हैं।

    प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व में कोविड-19 को भारत ने जिस कुशलता से हैंडिल किया है, वह भारत के लोगों की मानसिक क्षमता और प्रतिभा को समझने के लिए महत्वपूर्ण है। इसलिए आप भी अपने रिसर्च और इनोवेशन के बल पर पूरे समाज को फिट रखने के लिए कुछ नया करेंगे, कुछ अलग करेंगे, कुछ हट कर करेंगे, ऐसा मुझे पूरा भरोसा है।

    मुझे बताया गया है कि 1955 में स्थापित, इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरेपिस्ट्स (आईएपी) एक ऐसा संस्थान खड़ा हो चुका है, जो पूरे भारत में फिजियोथेरेपिस्ट्स की सामूहिक आवाज का प्रतिनिधित्व करता है। मैं आशा करता हूँ कि आप अपने थेरेपी पद्धति की प्रोग्रेस करते हुए प्रैक्टिस के आदर्श मानक स्थापित करेंगे।

    साथियों,

    बुजुर्गों की देखभाल में आपकी भूमिका बहुत ही अहम है। जैसे-जैसे हमारी आबादी की उम्र बढ़ रही है, वृद्धावस्था देखभाल और पुनर्वास सेवाओं की मांग बढ़ रही है। उम्र बढ़ने की प्रक्रिया अपने साथ बहुत सारी चुनौतियाँ लेकर आती है, जिनमें दिन-प्रतिदिन की गतिशीलता में कमी, मस्कुलोस्केलेटल समस्याएं, गिरने और चोटों का बढ़ता जोखिम शामिल हैं। मुझे विश्वास है कि फिजियोथेरेपिस्ट इन चुनौतियों का समाधान बड़े अच्छे से कर सकते हैं।

    इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरेपिस्ट (आईएपी) ने क्वॉलिटी ऑफ केयर तक पहुंच बढ़ाने और भौगोलिक बाधाओं को दूर करने के लिए टेलीरिहैबिलिटेशन जैसे नवीन दृष्टिकोण को अपनाकर दूरदर्शिता और अनुकूलन क्षमता का प्रदर्शन किया है। मैं, इनोवेशन और टैकनोलॉजी को अपनाने में सक्रिय दृष्टिकोण के लिए आईएपी की भूरी-भूरी सराहना करता हूं।

    हमने अपने देश की आजादी के इन 78 वर्षों में बहुत सारी उपलब्धियां हासिल की हैं, पिछले दस सालों में देश ने एक नई दिशा में अपनी दृष्टि, सोच, विचार प्रवाह को आगे बढ़ाया है, तरक्की की एक नई मिसाल भी कायम की है, आने वाले समय में हर भारतीय हेल्दी और फिट रहे, ताकि वह 2047 विकसित भारत के मिशन में पूरे सामथ्र्य से कार्य कर सके, मैं इसमें सक्रिय योगदान के लिए आपसे अपील करता हूँ।

    मुझे विश्वास है कि यह समिट विचारों, अनुभवों और सर्वाेत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान कर, फिजियोथेरेपी के सैक्टर में आगे के इनोवेशन और प्रोग्रेस के लिए कैटेलिस्ट के रूप में काम करेगा।

    मैं फिजियोथेरेपी के सैक्टर को आगे बढ़ाने में आपके समर्पण और अथक प्रयासों के लिए, इस सम्मेलन के आयोजकों और समर्थकों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं।

    आपके निरंतर सहयोग और सामूहिक प्रयासों से, आप देश भर में हर व्यक्ति और हर समुदाय के जीवन में सार्थक बदलाव लाएंगे ऐसा मेरा विश्वास है।

    आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के इस आशा और विश्वास से भरे कथन के साथ, ‘‘भारत फिट भी होगा और हिट भी होगा’’ आप सभी को एक बार फिर से ढ़ेर सारी शुभकामनाएं।

    जय हिंद!