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    08-03-2021 : राज्यपाल ने अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर सम्मान समारोह में फ्रन्टलाइन महिला कोरोना वारियर्स को सम्मानित किया

    प्रकाशित तिथि: मार्च 8, 2021

    राजभवन देहरादून 08 मार्च, 2021
    राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने सोमवार को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राजभवन में कोविड-19 महामारी के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं के सम्मान समारोह में जनपद देहरादून एवं हरिद्वार की 51 फ्रन्टलाइन महिला कोरोना वारियर्स को सम्मानित किया। सम्मानित होने वाली फ्रन्टलाइन महिला कोरोना वारियर्स में पुलिस विभाग, स्वयं सहायता समूहों, नगर निगम की सफाई कर्मी, सामाजिक संगठनों की प्रतिनिधि, स्वास्थ्य कर्मी सम्मिलित थीं। नगर निगम देहरादून, हरिद्वार, रूड़की से 14 पर्यावरण मित्र, स्वास्थ्य विभाग से 11 स्वास्थ्य कर्मियों, पुलिस विभाग से 10 महिला कांस्टेबल एवं स्वयं सहायता समूहों से 16 महिलाओं को सम्मानित किया गया।
    कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि कोराना काल में फ्रन्टलाइन वर्कर्स में एक बड़ा हिस्सा महिलाओं का था। महिला स्वास्थ्य कर्मियों, नर्सों, महिला सफाई कर्मियों, आशा कार्यकत्रियों, महिला पुलिस कर्मियों ने इस सकंटमय काल में पूरी संवेदशीलता के साथ महत्वपूर्ण योगदान दिया। यह फ्रन्टलाइन महिला वर्कर्स हमारे समाज की नींव हैं। राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि महिलाओं का मनोबल बढ़ाना आवश्यक है ताकि वे विभिन्न सामाजिक चुनौतियों का सामना साहस के साथ कर सकें। उन्होंने कहा कि महिलाओं को अपने महिला होने पर गर्व होना चाहिये। भारत में महिलाओं को शक्ति का प्रतीक माना जाता है। उन्हें देवी के रूप में पूजा जाता है। मेहनतकश महिलाओं का संघर्षमय जीवन प्रेरणादायक है। वे अपने घर-परिवार, बच्चों की जिम्मदारियों को निभाने के साथ ही रोजगार के लिये बेहद परिश्रम कर रही हैं।
    राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने अनुरोध किया कि महिलाएं अपने बच्चों विशेषकर बेटियों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दें। उन्हें अच्छे संस्कार दें। उन्हें जीवन में सफलता प्राप्त करने हेतु निरन्तर प्रोत्साहित करें। बालिकाओं के स्वास्थ्य पर भी ध्यान दें। परवरिश में बेटों और बेटियों के बीच किसी भी प्रकार का भेदभाव न करें। दहेज जैसी सामाजिक बुराइयों को भी हतोत्साहित करें। इसकी शुरूआत अपने घरों से ही करें। न दहेज लें, न दहेज दें। बेटों को घर से ही महिलाओं का सम्मान करने की शिक्षा मिलनी चाहिये। राज्यपाल ने कहा कि महिलाओं को नशे के खिलाफ अभियान में सक्रिय भागीदारी करनी चाहिये। अपने बच्चों को नशे से दूर रखने का प्रयास करना चाहिये तथा उन पर निरन्तर निगरानी रखें।
    इस अवसर पर कोराना काल के दौरान अपने अनुभव साझा करते हुये नागरिक पुलिस की महिला कॉन्सटेबल राखी रावत ने बताया कि कोरोना काल में पुलिस कर्मियों द्वारा लॉकडाउन में फंसे लोगों की पूरी संवेदनशीलता से मदद की गई। लोगों को उनके घरों तक पहुंचाने, उनकी आर्थिक मदद करने, उनकों राशन एवं दवाईयां पहुंचाने में पुलिस कर्मियों द्वारा निरन्तर कार्य किया गया।
    नगर निगम रूड़की में कार्यरत पर्यावरण मित्र श्रीमती रानी ने बताया कि कोरोना काल में सफाई कर्मियों की जिम्मेदारी बढ़ गई। सफाई कर्मियों को विभिन्न चुनौतियों का सामना करते हुये अपनी जिम्मेदारी निभानी पड़ी।
    इस अवसर पर सचिव श्री राज्यपाल श्री बृजेश कुमार सन्त, अपर सचिव श्री जितेन्द्र कुमार सोनकर, विधि परामर्शी श्रीमती कहकशां खान एवं महिला फ्रन्टलाइन वर्कर्स उपस्थित थे।

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