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    05-02-2022:राज्यपाल से राजभवन में विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान अल्मोड़ा के निदेशक डॉ लक्ष्मीकांत ने मुलाकात की।

    प्रकाशित तिथि: फ़रवरी 5, 2022

    राजभवन देहरादून 05 फरवरी, 2022

    राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने कहा कि कृषि वैज्ञानिकों के शोध एवं अनुसंधान का लाभ किसानों को मिलना चाहिए। लैब टू लैंड के सूत्र को कामयाब करके ही किसानों की आय दुगनी की जा सकती है। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने कहा कि कृषि वैज्ञानिकों को प्रचलित फसलों के साथ ही उत्तराखंड की स्थानीय फसलों की उन्नत प्रजातियों के विकास पर भी शोध कार्य करने चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि कृषि वैज्ञानिकों को उत्तराखंड की परंपरागत फसलों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए प्रयास करना चाहिए।
    राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से शनिवार को राजभवन में विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान अल्मोड़ा के निदेशक डॉ लक्ष्मीकांत ने मुलाकात की। डॉ लक्ष्मीकांत ने राज्यपाल को विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान में किए जा रहे कृषि अनुसंधान कार्यों की जानकारी दी।
    राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने कहा कि कृषि वैज्ञानिकों के अनुसंधान तथा किसानों के अथक परिश्रम से राज्य में कृषि क्रांति संभव है। राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में जैविक खेती की अपार संभावनाएं हैं। कृषि वैज्ञानिकों को जैविक खेती पर अनुसंधान को प्राथमिकता देनी चाहिए। राज्य में महिलाओं का कृषि क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान है। कृषि अनुसंधानों का लाभ महिला किसानों को प्राथमिकता से प्राप्त होना चाहिए। भविष्य में उत्तराखंड की पर्वतीय क्षेत्रों में महिलाएं ही आर्थिक सशक्तीकरण का नेतृत्व करेंगी।
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