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    03-2-2024 : एनसीसी कैडेट्स सम्मान समारोह में मा. राज्यपाल महोदय का भाषण

    प्रकाशित तिथि: फ़रवरी 3, 2024

    मेजर जनरल अतुल रावत, एवीएसएम, एडीजी, एनसीसी निदेशालय उत्तराखंड, महिला एवं अधिकारी, विशिष्ट अतिथि एवं सम्मानित कैडेट्स।

    मेरे युवा साथियों,

    इस वर्ष के ऐतिहासिक गणतंत्र दिवस की परेड में अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन करने वाले आप सभी प्रतिभागियों को हृदय से बहुत-बहुत बधाई। गणतंत्र दिवस परेड में आप सभी ने शानदार परफॉर्म कर उत्तराखंड का नाम रोशन किया, जिस पर हम सभी को गर्व की अनुभूति हो रही है। जब भी मैं एनसीसी कैडेट्स के बीच आता हूँ तो मुझे सबसे पहले ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ के दर्शन होते हैं। मुझे खुशी है कि बीते वर्षों में एनसीसी का दायरा भी लगातार बढ़ रहा है।

    मेरे लिए यह बड़े सम्मान और गर्व की बात है कि आज मुझे हमारे असाधारण कैडेटों को सम्मानित करने का अवसर मिला है, जिन्होंने हाल ही में संपन्न हुए गणतंत्र दिवस शिविर-2024 में भाग लेकर प्रतिबद्धता और अटूट समर्पण का प्रदर्शन किया है। प्रतिभाग केवल जीत के लिए नहीं होता अपितु यह स्वयं को चुनौतियों से मुकाबला करने, बाधाओं को दूर करने की दृढ़ता, सीखने और बढ़ने की इच्छा को और मजबूत करता है।

    मेरे युवा साथियों,

    “एकता और अनुशासन” के आदर्श वाक्य से प्रेरित एनसीसी भारत के युवाओं को उनकी वास्तविक क्षमताओं का अहसास कराने और राष्ट्र निर्माण में योगदान के लिए प्रेरणा का स्रोत है। मैं मानता हूँ कि एनसीसी संगठन देश के युवाओं में नेशन फस्र्ट, देश सर्वाेपरि के साथ ही नैतिक और मानवीय गुणों को विकसित करने में अहम भूमिका अदा करता है।

    प्यारे बच्चों,

    एनसीसी ‘एक दुनिया, एक परिवार, एक भविष्य’ की भावना को निरंतर मज़बूत कर रही है। विकसित भारत के निर्माता, आप सभी यंग कैडेट्स का मैं अभिनंदन करता हूँ। आपने देखा कि हमारा 75वां गणतंत्र दिवस नारी शक्ति को समर्पित था, इस अवसर पर देश ने जीवन के हर क्षेत्र में भारत की बेटियों द्वारा की गई प्रगति का प्रदर्शन किया।

    यह हम सभी के लिए गर्व की बात है कि इस गणतंत्र परेड में ये पहला अवसर था जब इतनी बड़ी संख्या में महिला दलों ने प्रतिभाग किया। इस दिन पूरी दुनिया ने भी देखा कि भारत की बेटियां कितना बेहतरीन काम कर रही हैं। भारत की बेटियां, किस प्रकार हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही हैं। इस अवसर पर उत्तराखंड के 122 कैडेट्स ने कर्तव्य पथ पर अपना सराहनीय प्रदर्शन किया। मुझे अपार प्रसन्नता है कि इनमें से हमारी 48 जाँबाज बेटियों ने अपने साहस और शौर्य का शानदार परचम लहराया।
    कभी बेटियां चूल्हा चैका और घर की चार दीवारी तक सीमित रहती थी। आज दुनिया देख रही है कि भारत की बेटियां जल, थल,नभ और अंतरिक्ष में कैसे लोहा मनवा रही हैं। इसकी झांकी इस साल कर्तव्य पथ पर सबने देखी है।

    भारत की परंपरा में हमेशा नारी को एक शक्ति के रुप में देखा गया है। हमने नारी शक्ति की इसी ऊर्जा को लगातार मजबूत किया है। आज तीनों सेनाओं के अग्रिम मोर्चों को बेटियों के लिए खोल दिया गया है। आज सेनाओं में महिला अधिकारियों को परमानेंट कमीशन दिया जा रहा है। अब देशभर में अनेक सैनिक स्कूलों में बेटियां भी पढ़ रही हैं।

    आज भारत के पासपोर्ट की ताकत बहुत अधिक बढ़ रही है। भारत की बढ़ती ताकत से पूरी दुनिया भारत को ‘विश्व मित्र’ के रूप में देख रही है। इसका सबसे अधिक फायदा आप जैसे युवा साथियों को हो रहा है, दुनिया के अनेक देश भी आज भारत के युवाओं की प्रतिभा को एक अवसर के रुप में देख रहे हैं।

    नई सदी की नई चुनौतियों के लिए आपको तैयार करने के लिए ही नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति बनाई गई है। सरकार द्वारा डिफेंस, स्पेस, मैपिंग जैसे सेक्टर्स को युवा टैलेंट के लिए खोल दिया गया। आज भारतीय विश्वविद्यालयों की वैश्विक रैंकिंग में महत्वपूर्ण सुधार हुआ है। आज भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था हमारे युवाओं के लिए ताकत का एक नया स्रोत बन गई है।

    पिछले वर्षों में बड़े पैमाने पर कौशल विकास, रोजगार और उद्यमिता की दिशा में हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रयास किए गए हैं। देश की प्रगति को आगे बढ़ाने में अधिकतम प्रभाव के लिए युवाओं की प्रतिभा और कौशल का उपयोग करने पर जोर दिया जा रहा है।

    अमृत काल यानि आने वाले जो 25 साल हैं, इसमें हम जो विकसित भारत बनाने वाले हैं, उसके लाभार्थी आप सभी युवा हैं। भगवान शिव के त्रिशूल की भांति आपकी सोच, विचार और धारणा से 2047 तक देश को विकसित भारत बनाने का संकल्प पूर्ण होगा, ऐसा मेरा विश्वास है। निश्चित रुप से विकसित भारत, आपके सपनों को पूरा करने वाला होगा। इसलिए आज जब विकसित भारत के निर्माण के लिए रोड मैप तैयार हो रहा है, तो उसमें आपकी भागीदारी बहुत अहम है।

    मैं मेजर शशि मेहता की विशेष प्रशंसा करता हूँ, जिन्होंने न सिर्फ उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, बल्कि एक अमिट छाप छोड़ी है। उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मान-पत्र प्रस्तुत गर्व की बात है। उन्होंने सचमुच ‘नारी शक्ति’ को सर्वाेत्तम रुप में प्रदर्शित किया है। उनकी उपलब्धियां अद्वितीय समर्पण, हम सबके लिए प्रेरणादायी हैं। उनकी विरासत एनसीसी में कैडेटों की भावी पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी। मेजर शशि को बधाई, आपका भविष्य भी उल्लेखनीय उपलब्धियों से भरा हो ऐसी शुभकामनाएं।

    आपके सपने, आपकी भागीदारी, आपके प्रयास और आपके संकल्प से ही सिद्ध होंगे। आप ही विकसित भारत के शिल्पी हैं। मुझे आप पर पूरा भरोसा है, मुझे युवा पीढ़ी पर पूरा भरोसा है कि आप नए भारत, श्रेष्ठ भारत, विकसित भारत के कर्णधार बनेंगे।

    एक बार पुनः गणतंत्र दिवस परेड के सभी प्रतिभागियों को बधाई और सफल भविष्य के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं।

    जय हिंद!