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    03-11-2021 : राज्यपाल ने राष्ट्रीय सैनिक संस्था द्वारा सैनिक संस्थान में आयोजित पूर्व सैनिक सम्मेलन में प्रतिभाग किया।

    प्रकाशित तिथि: नवम्बर 3, 2021

    राजभवन देहरादून 03 नवम्बर, 2021

    राज्यपाल ले ज श्री गुरमीत सिंह (से नि) ने कहा कि राज्य के भूतपूर्व सैनिक किसी भी समस्या के समाधान एवं सहायता हेतु राज्यपाल से सम्पर्क कर सकते हैं। राज्यपाल श्री गुरमीत सिंह सैनिकों, भूतपूर्व सैनिकों एवं उनके आश्रितों की मदद के लिये हर समय उपलब्ध हैं। राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा सैनिकों के कल्याण के लिये किये जा रहे प्रयासों को लाभ धरातल पर दिख रहा है। उन्होंने कहा कि हाल ही के उनके पौड़ी एवं टिहरी जिलों के भ्रमण के माध्यम से सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ धरातल पर दिख रहा हैं। पर्वतीय क्षेत्रों की महिलाएं अपनी लगन, परिश्रम, ईमानदारी तथा कौशल से उत्तराखण्ड में क्रान्ति लाने वाली हैं। धरातल स्तर पर महिला स्वयं सहायता समूह माइक्रो फाइनेसिंग के माध्यम से अच्छा कार्य कर रही हैं। राज्यपाल श्री गुरमीत सिंह ने कहा कि भूतपूर्व सैनिकों को समाज हित एवं राष्ट्र निर्माण के लिये अच्छा कार्य करने हेतु किसी आदेश की आवश्यकता नहीं है। वे नेचुरल लीडर्स है। जनहित के कार्यों में वे स्वयं पहल करें।
    राज्यपाल ले ज श्री गुरमीत सिंह (से नि) बुधवार को राष्ट्रीय सैनिक संस्था द्वारा सैनिक संस्थान, सब ऐरिया गढ़ी कैन्ट में आयोजित पूर्व सैनिक सम्मेलन में प्रतिभाग किया। दीपावली सहित आने वाले सभी पर्वो की बधाई देते हुये राज्यपाल श्री गुरमीत सिंह ने कहा कि वे स्वयं भी एक पूर्व सैनिक हैं। सभी सैनिकों का डीएनए एक है। जय हिन्द, तिरंगा, राष्ट्रप्रेम, सेवा, त्याग, समर्पण तथा बलिदान हमारे डीएनए में है, हमारे रक्त में है। राज्यपाल श्री गुरमीत सिंह ने कहा कि भूतपूर्व सैनिकों व सैन्य अधिकारियों के पास ट्रांसफोर्ममेशनल लीडरशिप का अच्छा अनुभव होता है। ऐसी लीडरशिप से हम लोगों तथा सोशल सिस्टम में बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं।
    राज्यपाल ने कहा कि राष्ट्रीय सैनिक संस्था जैसी थिंक टैंक की उत्तराखण्ड जैसे सैनिक बाहुल्य वाले प्रदेश में भी आवश्यकता है। यहां इससे सम्बन्धित एक आर एंड डी होना चाहिये। संगठन में हर स्तर पर लीडसशिप क्वालिटी को विकसित करना होगा। राष्ट्रीय सैनिक संस्था समरसता पर आधारित संगठन है जिसमें सैनिक, सन्त, महिलाएं, देशभक्तए विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ अपना योगदान दे रहे हैं।
    राज्यपाल श्री गुरमीत सिंह ने कहा कि आज हमारे पास ग्रासरूट लेवल पर जहाँ रिटायर्ड जवान तथा उच्च स्तर पर रिटायर्ड डिफेंस ऑफिसर्स के रूप में एक बड़ा एसेट है। जिनका गांव, जिले, राज्य तथा राष्ट्र तक के स्तर के होलिस्टिक तथा ट्रांसफोर्ममेशनल डेवलपमेंट में महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है।
    राज्यपाल श्री गुरमीत सिंह ने कहा कि सैन्यधाम उत्तराखण्ड का राज्यपाल बनना मेरें लिये गौरव का विषय है। यह हर सैनिक का साझा सम्मान है। मुझे प्रसन्नता है कि केन्द्र तथा उत्तराखण्ड सरकार अपने सैनिकों एवं भूतपूर्व सैनिकों के कल्याण के लिये गम्भीरता से प्रयासरत है। आशा है कि अधिक से अधिक पहाड़ की बेटियां भी सैनिक सेवाओं में आएंगी तथा हम सबकों गौरान्वित करेगी। देहरादून में पंचमधाम के रूप में सैन्यधाम बनाया जा रहा है।
    इस अवसर राष्ट्रीय सैनिक संस्थाए उत्तराखण्ड एक्स सर्विसमेन लीग, उत्तराखण्ड पूर्व सैनिक तथा अर्ध-सैनिक संगठन, पीबीओआर संगठन, पूर्व सैनिक केन्द्रीय संगठन, गोर्खाली सुधार सभा तथा अन्य ईएसएम संगठनों के प्रतिनिधियों ने राज्य में सैनिक एवं भूतपूर्व सैनिकों तथा उनके आश्रितों के हित में सुझाव रखें। राज्यपाल ने सभी सुझावों पर यथासंभव विचार करने का आश्वासन दिया।
    इस अवसर पर कर्नल टी पी त्यागी, बि0 आर एस रावत, श्री गुरू पवन सिन्हा, ले. ज. शक्ति गुरूंग, मे ज ओ पी सोनी, मे ज एम एल असवाल तथा बड़ी संख्या में भूतपूर्व सैनिक उपस्थित थे।