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    02-12-2023 : असम राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर माननीय राज्यपाल महोदय के सम्बोधन हेतु चर्चा के बिन्दु

    प्रकाशित तिथि: दिसम्बर 2, 2023

    असम राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर माननीय राज्यपाल महोदय के सम्बोधन हेतु चर्चा के बिन्दु
    (02 दिसंबर, 2023)

    जय हिन्द

    1. असम के स्थापना दिवस के अवसर पर मैं, आप सभी का उत्तराखंड राजभवन में अभिनंदन करता हूं, और साथ ही इस ऐतिहासिक दिवस की सभी को हृदय से बधाई देता हूं।

    2. अपना देश विविधताओं से भरा एक अनोखा राष्ट्र है, जिसका निर्माण अनेक बोली-भाषा, समृद्ध संस्कृतियों और अनेक धर्मों के ताने-बानों से हुआ है।

    3. देश के सभी राज्यों में सांस्कृतिक रूप से जुड़ाव हो, यही एक भारत श्रेष्ठ भारत का उद्देश्य है। इन आयोजनों से विभिन्न राज्यों के बीच की जो दूरियां है वह भी निश्चित रूप से कम होगी।

    4. देश की विविधता में एकता का जश्न मनाने और भारत के लोगों के आपसी संबंधों को मजबूत बनाने के लिए ‘‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’’ की यह पहल सराहनीय है।

    5. इस प्रकार के आयोजनों से जहां देश की एकता को बल मिलता है, तो वहीं दूसरी ओर भारत की विविधताओं को समझने का हम सभी को मौका भी मिलता है।

    6. विभिन्न राज्यों के लोगों का आपसी एवं सांस्कृतिक मेल-मिलाप बहुत जरूरी है। जहां इससे आपसी रिश्ते मजबूत होंगे इसके साथ ही आपसी समझ और विश्वास भी बढ़ेगा यही भारत के ताकत की नींव भी है।

    7. असम अपने देश के पूर्वाेत्तर में पर्वत श्रेणियांे से घिरा एक सुंदर राज्य है। जिसकी खूबसूरती देखते ही बनती है। यहां की राजभाषा असमिया है।

    8. देश में प्रत्येक राज्य की अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत है, जो उनको विशिष्ट पहचान दिलाता है। असम अपनी समृद्ध संस्कृति के लिए जाना जाता है। मैं आपसे आग्रह करता हूं कि आप जहां भी रहें अपनी संस्कृति को कभी न भूलंे और अपनी जड़ों से हमेशा जुड़े रहें।

    9. असम की चाय दुनिया भर में प्रसिद्ध है, चाय से असम की अलग पहचान भी है।

    10. दुनिया भर में अपने रेशम के लिए भी असम जाना जाता है, यहां का असम सिल्क के नाम से प्रसिद्ध है।

    11. यह प्रदेश उत्तम शिल्प और कलाकृतियों का खजाना भी है, यहां पीतल शिल्प, धातु शिल्प, मुखौटा बनाने, बेत और बांस की शिल्प, गहनों के उत्पाद में विशिष्ट पहचान रखता है।

    12. बिहू नृत्य असम का प्रसिद्ध नृत्य है, जो यहां के विभिन्न जातियों की परंपरा का अभिन्न अंग है।

    13. यहां काजीरंगा और मानस महत्वपूर्ण राष्ट्रीय उद्यान स्थित हैं, जो भारत के एक सींग वाले गैंडों का निवास स्थान है।

    14. ‘‘गमुचा वस्त्र’’ असमिया लोगों की आसानी से पहचान कराने वाला सांस्कृतिक प्रतीक है जिसे लोग विभिन्न सामाजिक धार्मिक कार्यों में पहनते हैं।

    15. अहोम, राजा पैलेस, कामाख्या मंदिर, रंगघर, बोगीबील ब्रिज यहां हर एक को बार-बार आने के लिए आकर्षित करते हैं।

    16. अपने देश में विभिन्न संस्कृतियों, जातियों, धर्मों, रीति रिवाज, परंपराओं और बोली-भाषा का अथाह भंडार है।

    17. देश में लोगों की वेशभूषा, खान-पान, रहने के तौर तरीके और उपासना की पद्धति अलग-अलग होने के बावजूद राष्ट्र के हित में हम सब एक हैं।

    18. देश की इन तमाम विविधताओं के बावजूद हममें एकता है, यही तो भारत की विशेषता है।

    19. समय और तकनीक ने संपर्क और संचार के मामले में दूरियों को कम कर दिया है, राज्यों की संस्कृतियों का आपस में आदान-प्रदान हो यह भी बहुत जरूरी है, इससे हम एक दूसरे के निकट आएंगे, एक दूसरे को समझने का मौका मिलेगा, और राष्ट्रीय एकता की जड़े और भी मजबूत होंगी।

    20. अंत में, मैं आपसे आग्रह करता हूं कि देश की एकता और अखंडता को बनाये रखने के लिए सभी नागरिक अपना महत्वपूर्ण योगदान दें।

    जय हिन्द।