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    14-11-2024 : राज्य युवा महोत्सव 2024-25 के समापन के अवसर पर माननीय राज्यपाल महोदय का उद्बोधन

    प्रकाशित तिथि: नवम्बर 14, 2024

    जय हिन्द!

    राज्य स्तरीय युवा महोत्सव के समापन के अवसर पर यहां उपस्थित जन समुदाय को मेरी ओर से हार्दिक शुभकामनाएं। इस अवसर पर आयोजित की गई विभिन्न विधाओं की प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागियों को मैं, ढेर सारी बधाई और शुभकामनाएं देता हूँ।

    यह बड़े ही हर्ष का विषय है कि प्रदेश सरकार द्वारा युवाओं की प्रतिभा को निखारने के लिए, उन्हें आगे बढ़ाने के लिए इस प्रकार का मंच प्रदान किया गया। निःसन्देह इस प्रकार के महोत्सव युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने और सीखने के लिए उत्कृष्ट मंच प्रदान करते हैं। इस वर्ष का यह महोत्सव हमारी परंपराओं और आधुनिकता का अनूठा संगम है।

    हम सभी जानते हैं कि हमारा देश जनवरी, 2025 में स्वामी विवेकानन्द जी की 162वीं जयंती मनाने की तैयारी कर रहा है, इसी के तहत इस द्रोणनगरी में भव्य राज्य स्तरीय युवा महोत्सव का आयोजन किया गया। इस वर्ष की थीम, इनोवेशन इन साइंस एण्ड टेक्नोलॉजी, आधुनिकीकरण और प्रगति के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

    इस युवा समागम में खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रम, तकनीकी नवाचारों के साथ ही यहां पर क्राफ्ट लवर्स के लिए हैंडीक्राफ्ट, मेकअप और फैशन प्रेमियों के लिए ज्वेलरी और कपड़े, साथ ही स्पोट्र्स इक्यूपमेंट खरीदारी का मौका मिला। आशा है कि आपने इसका भरपूर फायदा उठाया होगा।

    मैंने देखा पण्डाल के चारों ओर विभिन्न स्वयं सहायता समूहों एवं सूक्ष्म लघु उद्योग से संबंधित लगभग 200 स्टाॅल लगाये गए हैं, जिसमें विभिन्न स्थानीय हस्तकला, हथकरघा, मिलेट्स, पेन्टिंग्स, खाद्य पदार्थ की प्रदर्शनी लगाई गई है। इससे पता चलता है कि हमारा राज्य स्वरोजगार की ओर भी अग्रसर है। राज्य के कृषि उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए हाउस ऑफ हिमालयाज का शुभारंभ किया गया है। मुझे विश्वास है कि वॉकल फॉर लोकल को बढ़ावा देकर हम स्वयं के साथ ही प्रदेश की आर्थिकी को सुदृढ़ करने में सफल होंगे।

    इस युवा महोत्सव में युवाओं का जुनून देखने को मिला। यहां मुर्गा झपट और पिट्ठू जैसे परंपरागत खेलों की प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। यह अच्छी बात है कि इसमें विलुप्त होते जा रहे परंपरागत खेलों की प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। इस तरह के आयोजनों से प्रदेश में अवश्य ही खेलों को बढ़ावा मिलेगा और हमारे युवा देश-विदेश में उत्तराखण्ड का नाम रोशन करेंगे। यहां पर पढ़ाई से लेकर रोजगार करने वाले युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए मोटिवेशनल स्पीकर्स ने भी पहुंचकर युवाओं को मोटिवेट किया, जो कि सराहनीय पहल है।

    मुझे यह जानकर अत्यन्त हर्ष हुआ है कि लोक कलाओं के साथ-साथ, 38वें राष्ट्रीय खेलों के दृष्टिगत इस महोत्सव में खिलाड़ियों हेतु स्पोट्र्स एक्सपो की प्रदर्शनी लगाई गई। खेल विभाग के विभिन्न हाॅस्टलों/स्पोट्र्स काॅलेजों में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे खिलाड़ियों द्वारा भी युवा महोत्सव में प्रतिभाग किया गया, जिन्हें खेल से संबंधित विभिन्न विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन प्रदान किया गया। मुझे आशा है कि राष्ट्रीय खेलों में हमारे राज्य के खिलाड़ी पदक तालिका में उत्तराखण्ड को सर्वाेच्च स्थान दिलाकर प्रदेश का नाम रोशन करेंगे।

    मेरे संज्ञान में लाया गया है कि राज्य के समस्त जनपदों से 900 प्रतिभागियों द्वारा युवा महोत्सव के अंतर्गत लोकगीत, सामूहिक लोकनृत्य, एकल लोकगीत लोकनृत्य, एकांकी, शास्त्रीय गायन, वादन एवं नृत्य, कहानी लेखन, पोस्टर मेकिंग, फोटोग्राफी, भाषण, कविता पाठ आदि में प्रतिभाग किया गया है।

    युवाओं को उत्तराखण्ड की समृद्ध लोक संस्कृति से परिचित करने के लिए प्रतिदिन प्रदेश के विभिन्न लोक सांस्कृतिक कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियाँ दी गई। मुझे विश्वास है कि राज्य स्तर की प्रतियोगिताओं के चयनित कलाकार, राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर प्रदेश की अलौकिक छवि छोड़कर आएंगे और संपूर्ण भारत में हमारे राज्य का नाम रोशन करेंगे।

    प्रदेश सरकार राज्य के खिलाड़ियों को हर स्तर पर लाभ पहुंचाने के लिए कई तरह की योजनाएं चला रही है। मुझे खुशी है कि युवा उत्तराखण्ड के युवा खेल, शिक्षा एवं लोककला के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर राज्य का नाम रोशन कर रहे हैं।

    देवभूमि की मातृशक्ति और बेटियों का कठोर परिश्रम और उनकी उपलब्धियां देखकर मुझे अपार गर्व की अनुभूति होती है। मैं जहां भी जाता हूँ, तो यही पाता हूँ कि हर क्षेत्र में हमारी मातृशक्ति और बेटियाँ परचम लहरा रही हैं। स्वयं सहायता समूह हो या यूनिवर्सिटीज के दीक्षांत समारोह जहां भी देखता हूँ तो हमारी मातृशक्ति और बेटियाँ ही अव्वल रहती है। इस वर्ष राज्य स्थापना दिवस पर आयोजित रैतिक परेड में महिलाओं का परेड कमांडर के रूप बेहतरीन प्रदर्शन, हमारी मातृशक्ति के नेतृत्व और कौशल क्षमता का उत्कृष्ट उदाहरण है।

    हमें, विशेषकर अपने युवाओं को उत्तराखण्ड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य के लक्ष्य को पूरा करने हेतु इसमें अहम भागीदारी निभाने के लिए प्रोत्साहित करना होगा। समृद्ध उत्तराखण्ड के लक्ष्य को पाकर ही हम आत्मनिर्भर और विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में अपना अहम योगदान दे सकेंगे।

    युवा उत्तराखण्ड की युवा शक्ति हमारे प्रदेश की सबसे बड़ी ताकत है। हम युवाओं की अपार शक्ति, सामथ्र्य और जुनून के बल पर प्रदेश को विकसित राज्य तक पहुँचाने में सफल हो सकते है। मैं इस युवा महोत्सव में अपने युवाओं से विनम्रता पूर्वक एक अपील करना चाहता हूँ, कि वे हर प्रकार के नशे और ड्रग्स की बीमारी से दूर रहें, ताकि आप सभी चुनौतियों को अवसरों में बदल कर प्रदेश के चहुमुखी विकास में अपना श्रेष्ठ योगदान दे सकें।

    रजत जयंती वर्ष 2025 तक उत्तराखण्ड देश का अग्रणी राज्य के रूप में अपनी पहचान बनाने में सफल हो, इसके लिए हम सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे। एक बार पुनः आप सभी को मेरी ओर से ढेर सारी शुभकामनाएँ।

    जय हिन्द।