25-04-2022: राज्यपाल ने सोमवार को राजभवन में निजी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ बैठक की।
राजभवन देहरादून
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह(से नि) ने सोमवार को राजभवन में निजी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ बैठक की। निजी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ प्रथम बार हुई इस बैठक में उन्होंने सभी निजी विश्वविद्यालयों से अपेक्षा की कि वे रिर्वस माईग्रेशन, आर्गेनिक एवं नैचुरल फार्मिंग, महिला सशक्तीकरण एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेन्स, मोबोलिटि और कनेक्टिविटि के क्षेत्रों में शोध एवं अध्ययन का कार्य करें। उन्होंने कहा कि सभी निजी विश्वविद्यालय आपसी समन्वय कर बैस्ट प्रैक्टिसिज को साझा करें। राज्यपाल ने कहा कि रिर्वस माईग्रेशन के क्षेत्र में कार्य कर उत्तराखण्ड को देश के अग्रणी राज्यों में खड़ा किया जा सकता है। देवभूमि में आर्गेनिक एवं नैचुरल फार्मिंग को बढ़ावा देकर यहाँ की आर्थिकी व्यवस्था को बढ़ावा दिया जा सकता है। उन्होंने महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा दिया जाने के साथ-साथ हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित किये जाने पर बल दिया। उन्होंने कौशल विकास के जरिये यहाँ के युवाओं को बेहतर रोजगार के साधन उपलब्ध कराने की बात कही। राज्यपाल ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेन्स से जुड़े एप्लिकशन्स पर रिसर्च को बढ़ावा देने के निर्देश भी दिये।
राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के कुलपतियों से अपेक्षा की कि वे इस दिशा में कार्य करें कि उत्तराखण्ड की आशा, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों व रेड क्रास को किस प्रकार सशक्त बनाया जाए। उन्होंने कहा कि निःसंदेह हमारे प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय शिक्षा को रोजगारपरक बनाकर इस क्षेत्र में अपना अमूल्य योगदान दे रहें हैं। राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश की भौगोलिक स्थिति से सभी विश्वविद्यालय भलीभांति भिज्ञ हैं। विश्वविद्यालयों को विभिन्न सामाजिक एवं आर्थिक समस्याओं के समाधान हेतु शोध एवं अध्ययन को बढ़ावा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि जल संवर्धन व पर्यावरण संरक्षण को बढ़ाये जाने के क्षेत्र में भी सभी को संयुक्त उपाय खोजने की जरूरत है। राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय और राजभवन के बीच समन्वय स्थापित करने के लिए नोडल आफिसर की तैनाती की जायेगी। उन्होंने सभी कुलपतियों से अपेक्षा की कि वे विश्वविद्यालयों की बैस्ट प्रैक्टिसिज एवं उपलब्धियों की त्रैमासिक रिपोर्ट राजभवन को सौंपे।
बैठक में पैट्रोलियम एवं एनर्जी विश्वविद्यालय देहरादून, इक्फाई विश्वविद्यालय देहरादून, हिमगिरी जी विश्वविद्यालय देहरादून, पंतजलि विश्वविद्यालय हरिद्वार, ग्राफिक एरा पर्वतीय विश्वविद्यालय देहरादून, आई0एम0एस0यूनिसन विश्वविद्यालय देहरादून, स्वामी राम हिमालयन विश्विद्यालय देहरादून, डी0आई0टी विश्वविद्यालय देहरादून, उत्तरांचल विश्वविद्यालय देहरादून, मदरहुड विश्वविद्यालय रूड़की, श्री गुरू राम राय विश्वविद्यालय देहरादून, हिमालयन गढ़वाल विश्वविद्यालय पोखड़ा, पौड़ी गढ़वाल, क्वांटम विश्वविद्यालय रूड़की, रास बिहारी बोस सुभारती विश्वविद्यालय देहरादून, सरदार भगवान सिंह विश्वविद्यालय देहरादून, भगवंत ग्लोबल विश्वविद्यालय कोटद्वार पौड़ी गढ़वाल, हिमालयीय विश्विद्यालय देहरादून, इंजीनियरिंग एवं टैक्नोलॉजी विश्वविद्यालय रूड़की, सूरजमल विश्वविद्यालय काशीपुर ऊधमसिंहनगर एवं देवभूमि विश्वविद्यालय, देहरादून के कुलपति उपस्थित रहे।
कुलपतियों द्वारा निजी विश्वविद्यालयों की इस तरह के प्रथम बैठक आयोजित कराने पर राज्यपाल का हार्दिक आभार वयक्त किया। इस दौरान विभिन्न विश्वविद्यालय के कुलपतियों द्वारा उनके विश्वविद्यालय में की जा रही बैस्ट प्रैक्टिसिज, उपलब्धियों, योजनाओं व अन्य गतिविधियों की जानकारी विस्तार से अवगत करायी। सभी ने इस बात पर जोर दिया कि विश्वविद्यालय में उत्कृष्ट कार्य करने वाले छात्र-छात्राओं का मनोबल बढ़ाने के लिए उन्हें राजभवन में आमंत्रित कर सम्मानित किया जाए। इस दौरान कुलपतियों द्वारा विभिन्न समस्याओं एवं चुनौतियों से राज्यपाल को अवगत कराया। जिस पर उन्होंने निस्तारण करने का आश्वासन दिया।
बैठक में सचिव उच्च शिक्षा शैलेश बगोली, सचिव श्री राज्यपाल श्री रंजीत कुमार सिन्हा, अपर सचिव श्री राज्यपाल स्वाती एस. भदौरिया, विधि परामर्शी श्री अमित कुमार सिरोही के अलावा सभी निजी विश्वविद्यालय के कुलपति उपस्थित रहे।