05-12-2021:राज्यपाल ने सैनिक स्कूल कपूरथला, में ओल्ड बॉयज एसोसिएशन मीट कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया।
राजभवन देहरादून 05 दिसम्बर, 2021
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने रविवार को सैनिक स्कूल कपूरथला, पंजाब में ओल्ड बॉयज एसोसिएशन मीट कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। गौरतलब है कि राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) ने सैनिक स्कूल कपूरथला से ही अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की थी। इस अवसर पर राज्यपाल ने उपस्थित छात्र-छात्राओं से अपने छात्र जीवन के अनुभव व संस्मरण सांझा किए। इस अवसर पर राज्यपाल ने बेस्ट एकेडमिक्स के लिए गवर्नर्स कप ट्रॉफी की घोषणा की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) ने कहा कि सैनिक स्कूल अपने आप में एक विलक्षण संस्थान है। सैनिक स्कूलों ने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के माध्यम से भारतीय सशस्त्र बलों के लिए सैकड़ों अधिकारी तैयार किए हैं।
राज्यपाल ने कहा कि यह गर्व का विषय है कि अब बेटों के साथ-साथ हमारी बेटियां भी सैन्य परंपरा का हिस्सा बन रही है। हमारी होनहार बेटियां जीवन के हर क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल करते हुए बेटों के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ते हुए देश का नाम रोशन कर रही है। बेटियां मेधा, शक्ति शौर्य और पराक्रम में किसी भी स्थिति में कमतर नहीं है। सेना की यह नई परंपरा बालिकाओं के व्यक्तित्व को नए आयाम देने वाली है। बेटियों को आगे बढ़ने के अवसर मिलने से हमारा देश और समाज जल्द ही प्रगति की नई मिसाल बनेगा। राज्यपाल ने कहा कि स्कूल का हर क्षण महत्वपूर्ण होता है। यहां मिली सीख हमें जीवन में सफलता के शिखर तक पहुंचा सकती है। स्कूल में प्राप्त की गई शिक्षा उच्च मार्गदर्शन करती है। शिक्षा जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करती है।
राज्यपाल ने कहा कि राष्ट्र-निर्माण के लिए आपका प्रशिक्षण, शिक्षा व कुशलता देश को समृद्धि के नये शिखर तक पहुंचाएगी। राज्यपाल ने कहा कि हमारे देश के सपनों को पूरा करने के लिए जोशीले और उत्साही युवाओं की आवश्यकता है। यह देश युवा है। यहां की 65 प्रतिशत युवा आबादी, युवा सपनों को पूरा करने में योगदान देने वाली होगी।
सैन्य सेवा एक दूरदर्शी योजना है। इसके माध्यम से युवाओं को समाज और देश की सेवा से जुड़ने का अवसर जीवन भर प्राप्त होता है। सेना की शिक्षा हमें आत्म-अनुशासित और परिश्रमी बनाती है। हमारे युवा जिम्मेदार नागरिक बनें और स्वयं को पहचानें।
राज्यपाल ने कहा कि पंजाब की यह भूमि गुरुओं के ज्ञान, पराक्रम और त्याग की भूमि है। गुरु परंपरा ने हमें सदैव वीरता, साहस, त्याग, तपस्या और ज्ञान अर्जित करने की सीख दी है।
इस अवसर पर सैनिक स्कूल कपूरथला के प्रिंसिपल, शिक्षकगण, पूर्व तथा वर्तमान विद्यार्थी उपस्थित थे।
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