24-12-2024 : क्रिसमस की पूर्व संध्या पर राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में माननीय राज्यपाल महोदय का उद्बोधन
जय हिन्द!
उपस्थित महानुभाव!
आप सभी को क्रिसमस की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ! यह पवित्र पर्व मात्र एक त्योहार नहीं, बल्कि प्रेम, शांति, करुणा, और मानवता की सेवा का प्रतीक है। क्रिसमस का यह दिन हमें प्रभु यीशु मसीह के जीवन और उनके संदेशों को याद करने और उन्हें अपने जीवन में अपनाने की प्रेरणा देता है। यह अवसर हमें बेहतर समाज की रचना के लिए प्रोत्साहित करता है, जहाँ हर व्यक्ति प्रेम, समानता और दया का अनुभव कर सके।
प्रभु यीशु मसीह ने अपने जीवन में प्रेम, सहिष्णुता और करुणा के आदर्श स्थापित किए। उन्होंने हमें सिखाया कि सच्ची सेवा और सच्चा सुख दूसरों की सहायता करने और समाज के वंचित वर्गों के उत्थान में है। उनके उपदेश हमें यह याद दिलाते हैं कि दूसरों के जीवन में प्रकाश फैलाने से बड़ा कोई धर्म नहीं है। आइए, हम उनके इस महान संदेश को आत्मसात करें और अपने कार्यों से इसे दुनिया में फैलाएं।
मैं आज के इस कार्यक्रम के माधम से, विशेष रूप से देहरादून के सेंट थॉमस चर्च, सेंट जॉन्स चर्च, मॉरिसन मेमोरियल चर्च, और सेंट्रल मेथोडिस्ट चर्च के पादरियों कोबधाई देता हूँ, जिन्होंने समाज के कल्याण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। शिक्षा, स्वास्थ्य और सेवा के क्षेत्र में इन चर्चों का योगदान सराहनीय है।
क्रिसमस का यह त्योहार हमें यह भी सिखाता है कि जीवन में अपनी इच्छाओं से ज्यादा संतोष दूसरों की इच्छाओं को पूरा करने में है। हमें यह देखना होगा कि समाज में कोई भी व्यक्ति पीछे न छूटे। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम जरूरतमंदों की मदद करें और उनके चेहरे पर मुस्कान लाने का प्रयास करें। यही इस पर्व की सच्ची भावना और हमारा सबसे बड़ा कर्तव्य है।
मुझे गर्व है कि सभी नागरिकों की मेहनत, समर्पण और एकता के परिणामस्वरूप हमारा राज्य निरंतर प्रगति की ओर अग्रसर हैं। आइए, इस क्रिसमस पर यह संकल्प लें कि हम अपने योगदान को और भी अहम बनाएंगे और समाज को एक बेहतर दिशा में ले जाने का प्रयास करेंगे।
इस अवसर पर, मैं उन सभी का विशेष आभार व्यक्त करना चाहता हूँ, जो समाज की भलाई के लिए निस्वार्थ भाव से काम कर रहे हैं। चाहे वह हमारे पुलिसकर्मी हों, सेना के जवान हों, डॉक्टर हों, शिक्षक हों, या वे लोग जो हर परिस्थिति में हमारी सेवा के लिए तत्पर रहते हैं। आपका समर्पण ही हमारे समाज में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करता है।
साथ ही, इस क्रिसमस पर, मैं आपसे पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराने की अपील करता हूँ। यह समय की आवश्यकता है कि हम अपने पर्यावरण को स्वच्छ और हरित बनाए रखने का संकल्प लें। आइए, हम मिलकर एक ऐसे समाज का निर्माण करें जो आने वाली पीढ़ियों के लिए भी खुशहाल और सुरक्षित हो।
भारत विविधताओं का देश है। यहाँ विभिन्न धर्मों, संस्कृतियों और परंपराओं के लोग सदियों से मिल-जुलकर रहते आए हैं। यही विविधता हमारी सबसे बड़ी ताकत है। अनेक देवताओं, धर्मों और मान्यताओं के बावजूद, हमारे देश में एकता की भावना अद्वितीय है।
भारत की यही विशेषता है कि यहाँ सभी त्योहार मिल-जुलकर मनाए जाते हैं, चाहे वह दिवाली, ईद, बैसाखी हो या क्रिसमस। यह परंपरा हमारे सामाजिक और सांस्कृतिक सौहार्द को और भी मजबूत बनाती है।
अंत में, मेरी यही प्रार्थना है कि यह क्रिसमस आप सभी के जीवन में सुख, शांति, और समृद्धि लेकर आए।आपके दिलों को प्रेम और करुणा से भर दे और आपके परिवारों में खुशी और समृद्धि का प्रकाश फैलाए।
एक बार पुनः आपको और आपके परिवार को क्रिसमस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ।
जय हिन्द!