24-03-2025 : स्वामी राम हिमालयन यूनिवर्सिटी देहरादून के दीक्षांत समारोह में माननीय राज्यपाल महोदय का उद्बोधन
स्वामी राम हिमालयन यूनिवर्सिटी देहरादून के दीक्षांत समारोह में माननीय राज्यपाल महोदय का उद्बोधन
(दिनांकः 24 मार्च, 2025)
* एक महान मानवतावादी, दार्शनिक, लेखक, कलाकार व कवि डॉ. स्वामी राम जी का जीवन प्रेरणादायक।
* हिमालयन इंस्टीट्यूट हॉस्पिटल ट्रस्ट की विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ सराहनीय।
* आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), डेटा साइंस, रोबोटिक्स, और ब्लॉकचेन जैसी नई तकनीकों का ज्ञान युवाओं के लिए अत्यंत आवश्यक।
* आत्मनिर्भर भारत का हमारा स्वप्न साकार हो, इसके लिए हमारे युवाओं को अपने-अपने क्षेत्रों में बनना होगा आत्मनिर्भर।
* सरकार, समाज और परिवार एकजुट होकर कर सकते हैं नशामुक्त भारत का सपना साकार।
* ये भारत की सदी है। भारत की उपलब्धियों ने, भारत की सफलताओं ने पूरे विश्व में जगाई है एक नई उम्मीद।
* उत्तराखण्ड और भारत को ऊर्जावान, सामथ्र्यवान और आकांक्षी युवाओं से हैं बड़ी अपेक्षाएँ।
जय हिन्द!
हिमालयन यूनिवर्सिटी देहरादून के सप्तम दीक्षांत समारोह में उपस्थित सभी विद्यार्थियों, उनके परिजनों, अध्यापकों एवं पूरे विश्वविद्यालय परिवार को मेरा हार्दिक अभिवादन।
सर्वप्रथम आज इस सुअवसर पर मैं स्नातक और स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त करने वाले छात्रों और पीएचडी उपाधि प्राप्त करने वाले शोधार्थियों व मेडल प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को हृदय से बधाई देता हूँ, और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूँ।
आज इस मंच से आप सभी को संबोधित करते हुए मुझे अत्यंत प्रसन्नता की अनुभूति हो रही है। यह दिन न केवल छात्रों के लिए बल्कि उनके माता-पिता और गुरुजनों के लिए भी एक उत्सव का दिन है। आज आप सभी ने अपनी शिक्षा का एक महत्वपूर्ण अध्याय पूरा किया है, हमें खुशी है कि अब आप जीवन के नए चरण में प्रवेश कर आगे बढ़ने के लिए उत्साहित हैं।
इस अवसर पर मैं इस संस्थान के संस्थापक परम पूज्य डॉ. स्वामी राम जी को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ, जो एक महान मानवतावादी, दार्शनिक, लेखक, कलाकार व कवि भी थे। पूज्य स्वामी जी ने उत्तराखण्ड के लोगों के लिए, विशेष रूप से स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्रों में, एक उज्ज्वल भविष्य की कल्पना की और इसे पूर्ण करने का संकल्प लिया। जो आज स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के रूप में उत्तराखण्ड ही नहीं अपितु पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश व आस-पास की जनता को सुविधाएँ प्रदान कर रहा है।
डॉ. स्वामी राम जी उत्कृष्ट कृति ‘‘लिविंग विद द हिमालयन मास्टर्स’’ की 2 मिलियन से अधिक प्रतियां बिकीं और इस पुस्तक की बिक्री से प्राप्त आय से मूल संस्थान, हिमालयन इंस्टीट्यूट हॉस्पिटल ट्रस्ट की स्थापना के लिए प्रारंभिक पूंजी इकट्ठा की गई। यह प्रसन्नता की बात है कि पिछले 30 वर्षों से यह संस्थान विभिन्न क्षेत्रों में उत्तराखण्ड वासियों की सेवा कर रहा है।
साथियों,
मुझे बताया गया है कि अपने जीवनकाल में स्वामी राम जी ने 45 से अधिक पुस्तकें लिखी, जिनमें योग विज्ञान, उपनिषदों, भगवद् गीता, भारतीय शास्त्रीय संगीत, कबीर के उपदेश, सिख गुरुओं के विचार और समग्र जीवनशैली के पालन जैसे विविध विषयों पर लेखन किया।
मुझे यह जानकर खुशी हो रही है कि हिमालयन इंस्टीट्यूट हॉस्पिटल ट्रस्ट का ग्रामीण विकास संस्थान कई महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल कर चुका है जो आज स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, कौशल विकास, जल और स्वच्छता, और किशोर परामर्श के क्षेत्र में 2000 से अधिक गांवों में महत्वपूर्ण सेवा प्रदान कर चुका है।
मुझे बताया गया है कि 600 से अधिक गांवों में जल और स्वच्छता सुविधाएं ग्रामीण विकास संस्थान द्वारा स्थापित की गई है। इन योजनाओं के कारण, पानी सीधे गाँव तक पहुँचाया गया है, जिससे पहाड़ में महिलाओं के जीवन को आसान बनाने में मदद मिली है।
प्यारे बच्चों,
आपकी शिक्षा केवल नौकरी पाने के लिए नहीं है, यह समाज की सेवा करने का एक माध्यम भी है। आप चाहे किसी भी क्षेत्र में काम करें, अपनी जड़ों को न भूलें। मेरा आपसे विनम्र आग्रह है कि आप जिस भी क्षेत्र में जाएं, नेशन फस्र्ट के मंत्र को याद रखें और हमेशा अपनी जड़ों से जुड़े रहें।
यह समय हमारे देश के युवाओं के लिए अपार संभावनाओं का है। आपके सामने चुनौतियां हैं, लेकिन साथ ही अनेक अवसर भी हैं। आज भारत विज्ञान, तकनीक, चिकित्सा, और कई अन्य क्षेत्रों में वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना रहा है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण भूमिका आप जैसे युवाओं की रहेगी, जो इन क्षेत्रों में शिक्षा प्राप्त कर आज देश के विकास में अपना योगदान देने के लिए उत्सुक हैं।
आज का युग टेक्नोलॉजी का युग है, जहां तकनीक तेजी से बदल रही है। आप तकनीक के सही उपयोग से न केवल अपने भविष्य को बेहतर बना सकते हैं बल्कि देश की प्रगति में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। ‘मेक इन इंडिया’, ‘डिजिटल इंडिया’ और ‘स्टार्टअप इंडिया’ जैसे अभियानों के जरिए सरकार तकनीकी नवाचारों को प्रोत्साहित कर रही है। युवाओं को इन अभियानों में सक्रिय भागीदारी निभानी चाहिए और अपनी सोच को वैश्विक स्तर पर ले जाना चाहिए।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), डेटा साइंस, रोबोटिक्स, और ब्लॉकचेन जैसी नई तकनीकों का ज्ञान युवाओं के लिए अत्यंत आवश्यक है। इन तकनीकों को अपनाने से नौकरियों और उद्योगों के नए अवसर उत्पन्न हो रहे हैं। हमें नई तकनीक से डरने की बजाय उसे आत्मसात करना चाहिए। आप जीवनभर सीखने की आदत डालें, क्योंकि तकनीक लगातार विकसित हो रही है।
देश के विकास के लिए आपका समर्पण और मेहनत ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है। चाहे आप डॉक्टर बनें, इंजीनियर बनें, वैज्ञानिक बनें, या फिर मीडिया या अन्य किसी क्षेत्र में अपना करियर बनाएं, यदि आप ठान लें तो आपके संकल्प, सामथ्र्य एवं प्रयासों से हम देश को नई ऊँचाइयों पर ले जा सकते हैं।
आज का भारत आत्मनिर्भर बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। आत्मनिर्भर भारत का हमारा स्वप्न साकार हो इसके लिए हमारे युवाओं को अपने-अपने क्षेत्रों में आत्मनिर्भर बनना होगा। आज भारत में स्टार्टअप्स की संख्या तेजी से बढ़ रही है। मैं आप सभी से आग्रह करता हूँ कि आप न केवल नौकरी पाने की सोचें, बल्कि नौकरी देने वाले भी बनें।
हम पहाड़ों को आबाद कर पलायन रोक सकते हैं। मुझे विश्वास है कि मेडिकल और नर्सिंग स्नातक हमारे राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में सेवा करने को वरीयता देंगे। हमारे युवा उद्यमी बनेंगे और अपने उद्यम ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित कर युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करेंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में स्थाई स्टार्ट-अप बनाएंगे जिससे पलायन की समस्या का समाधान हो सके।
प्यारे बच्चों,
हिमालय की पवित्र भूमि पर स्थित यह विश्वविद्यालय हमें एक और महत्वपूर्ण जिम्मेदारी पर्यावरण संरक्षण की याद दिलाता है। मैं आपसे आग्रह करता हूँ कि आप जिस भी क्षेत्र में काम करें, सतत विकास और पर्यावरण की रक्षा को सर्वाेच्च प्राथमिकता दें। जलवायु परिवर्तन और प्राकृतिक संसाधनों के अत्यधिक दोहन से जो चुनौतियां सामने आई हैं, उनसे निपटने के लिए हमें कठोर प्रयास करने होंगे।
हमारे युवाओ में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति हम सभी के लिए एक गहरी चिंता का विषय है। नशा न केवल व्यक्ति की शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि समाज और देश की उन्नति में भी बाधक है। युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए सबसे पहले जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है।
इसके लिए स्कूलों और कॉलेजों में नशे के दुष्प्रभावों पर व्यापक अभियान चलाने चाहिए। खेल, योग और सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा दें ताकि युवाओं की ऊर्जा सही दिशा में लगाई जा सके। यदि सरकार, समाज और परिवार एकजुट होकर इस समस्या का सामना करें, तो नशामुक्त भारत का सपना साकार हो सकता है।
साथियों,
आज के भारत का मिजाज कुछ और ही है। आज का नया भारत बड़ा सोचता है, बड़े टारगेट तय करता है और आज का भारत बड़े नतीजे लाकर के दिखाता है। और ये इसलिए हो रहा है, क्योंकि देश की सोच बदल गई है, आज का नया भारत बड़ी एस्पिरेशन के साथ आगे बढ़ रहा है।
हमारे यहां शास्त्रों में नारी को नारायणी कहा गया है। नारी का सम्मान, यही समाज और देश के विकास की पहली सीढ़ी होती है। इसलिए विकसित भारत बनाने के लिए, भारत के तेज विकास के लिए, आज भारत विमेन लेड डेवलपमेंट की राह पर चल पड़ा है। हमारी सरकार महिलाओं के जीवन में सम्मान और सुविधा दोनों को सर्वाेच्च प्राथमिकता दे रही है।
आज समाज के स्तर पर, सरकार के स्तर पर, बड़ी-बड़ी संस्थाओं में महिलाओं के लिए ज्यादा से ज्यादा अवसर बन रहे हैं। राजनीति का मैदान हो या खेल का मैदान, न्यायपालिका हो या फिर पुलिस, देश के हर सेक्टर में, हर क्षेत्र में, हर आयाम में महिलाओं का परचम लहरा रहा है। आज भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इको सिस्टम है। इनमें से करीब-करीब आधे स्टार्टअप्स में कोई ना कोई महिला निदेशक की भूमिका में है।
साथियों,
आज पूरी दुनिया कह रही है कि ये भारत की सदी है। भारत की उपलब्धियों ने, भारत की सफलताओं ने पूरे विश्व में एक नई उम्मीद जगाई है। बीते दशक में हम दुनिया की पांचवें नंबर की इकोनॉमी बने, और अब उतनी ही तेजी से दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहे हैं।
पिछले 10 वर्षों में, हम दुनिया के दूसरे सबसे बड़े मोबाइल फोन मैन्युफैक्चरर हैं, दुनिया के दूसरे सबसे बड़े स्टील प्रोड्यूसर हैं और दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बने हैं। 10 सालों में हमने इंफ्रास्ट्रक्चर पर अपने केपिटल एक्सपेंडचर को, पांच गुना बढ़ाया है। देश में एयरपोट्र्स की संख्या दोगुनी हो गई है। देश में ऑपरेशनल एम्स की संख्या तीन गुना हो गई है। और मेडिकल कॉलेजों और मेडिकल सीट्स की संख्या भी करीब-करीब दोगुनी हो गई है।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के कथन अनुसार 21वीं सदी का यह दशक उत्तराखण्ड का दशक है, जब आप जैसे ऊर्जावान युवाओं से मिलता हूँ तो, मेरा ये भरोसा और पक्का हो जाता है कि समृद्ध उत्तराखण्ड और विकसित भारत का संकल्प अब पूरा होकर ही रहेगा, और इस संकल्प की सिद्धि में हमारी युवा शक्ति, नारी शक्ति की सबसे बड़ी भूमिका रहने वाली है।
आपके विचारों, आपके कार्यों और आपके संकल्पों से भारत का भविष्य तैयार होगा। शिक्षा आपको मार्ग दिखाती है, लेकिन उसकी असली परीक्षा तब होती है जब आप उसे अपने जीवन में लागू करते हैं। मेरा दृढ़ विश्वास है कि आपके सामथ्र्य के बल पर हम भारत को फिर से विश्व गुरु भारत, आत्म निर्भर भारत, विकसित भारत बनाने में सफल होंगे।
आज का नया भारत, हर चुनौती से टकराते हुए नई ऊंचाइयों को छू रहा है। उत्तराखण्ड और भारत को, आप जैसे ऊर्जावान, सामथ्र्यवान और आकांक्षी युवाओं से बड़ी अपेक्षाएं हैं मुझे भरोसा है कि आप सभी हमेशा नेशन फस्र्ट के भाव से कार्य करते हुए अपने अपने क्षेत्रों को नया आयाम देते रहेंगे, अपने ज्ञान और कौशल का उपयोग करते हुए नए विचारों के साथ देश और प्रदेश को आगे बढ़ाएंगे।
इसी विश्वास के साथ, आप सभी को पुनः हृदय तल से बधाई एवं आपके उज्ज्वल भविष्य के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएँ।
जय हिन्द!