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    23-04-2024 : एम्स ऋषिकेश के चतुर्थ दीक्षांत समारोह में माननीय राज्यपाल महोदय का सम्बोधन

    प्रकाशित तिथि: अप्रैल 23, 2024

    जय हिन्द!

    सर्वप्रथम, मैं पूरे उत्तराखण्ड की ओर से माननीय राष्ट्रपति महोदया जी का, देवभूमि आगमन पर हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन करता हूँ। माननीय महोदया, आपका पावन सानिध्य और मार्गदर्शन हमारे अंदर सदैव ही एक नई ऊर्जा का संचार करता है।

    प्रिय छात्रों,

    एम्स ऋषिकेश के चतुर्थ दीक्षांत समारोह के अवसर पर माननीय राष्ट्रपति जी की गरीमामयी उपस्थिति में अपना वक्तव्य देते हुए मुझे अत्यंत गर्व की अनुभूति हो रही है।

    यह अवसर न केवल आपके जीवन में एक महत्वपूर्ण पड़ाव का संदर्भ है, बल्कि यह भारतीय समाज के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम है जो स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र के विकास की दिशा में, हमारे देश को नई ऊँचाई पर ले जाएगा।

    आज, जब हम इस दीक्षांत समारोह का आयोजन कर रहे हैं, हमें यह याद रखना चाहिए कि यह केवल उपाधि प्राप्त करने का समारोह नहीं है बल्कि यह एक नए आरंभ की शुरुआत है। आप सभी छात्रों को एक नया दौर शुरू करने का अवसर मिल रहा है, जो आपको अपने करियर के लिए तैयार करेगा।

    एम्स ऋषिकेश का यह समारोह विशेषतः उत्तराखंड राज्य के लिए भी गर्व का पल है। यहाँ के विशेषज्ञ, डॉक्टर्स, और स्वास्थ्य सेवा कर्मियों ने अपने समर्पण और संघर्ष से इसे एक प्रमुख स्वास्थ्य सेवा संस्थान बनाने का संकल्प प्रदर्शित किया है।

    मैं इस अवसर पर उन सभी कर्मठ लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूँ जिन्होंने अपने योगदान से एम्स ऋषिकेश को इतने महत्वपूर्ण स्थान पर पहुँचाया है, आप सभी का समर्थन और योगदान हमारे समाज के स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण है।

    उत्तराखंड का भौगोलिक क्षेत्र, स्वास्थ्य सेवाओं एवं देखभाल के लिए चुनौतियों को प्रस्तुत करता है, जिस कारण प्रदेशवासियों के लिए उन्नत चिकित्सा सुविधाओं की पहुंच सीमित रही है, ऐसे में एम्स ऋषिकेश, उत्तराखंड में परिवर्तनकारी स्वास्थ्य सेवा पहलों के लिए प्रेरणा का एक स्रोत है, जो उत्तराखंड के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करता है।

    साथियों,

    चार धाम यात्रा मार्गों पर आवश्यक दवाओं की ड्रोन के माध्यम से डिलीवरी करना, एम्स ऋषिकेश की एक अभिनव पहल है। यह एक प्रकार से चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में तकनीक के माध्यम से तीर्थयात्रियों को एक जीवन रेखा प्रदान करने जैसा है।

    पर्वतीय क्षेत्रों में हेली एम्बुलेंस सेवा का संचालन करना यह दर्शाता है कि एम्स ऋषिकेश चार धाम यात्रा पर आए श्रद्धालुओं के साथ-साथ उत्तराखंड के स्थानीय निवासियों को भी, आपदा के समय में उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवा देने के लिए प्रतिबद्ध है।

    आज एम्स ऋषिकेश, रोबोटिक सर्जरी जैसी सुविधा से युक्त है और कैंसर जैसे जटिल रोगों के उपचार के लिए उत्तराखंड के साथ-साथ हमारे आस-पास के अन्य राज्यों के रोगियों को भी सुविधाएँ उपलब्ध करवा रहा है। राज्य संस्थानों और एम्स ऋषिकेश के बीच सहयोग, सभी वर्गों के लिए, विशेषकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए सस्ती और सुलभ स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

    साथियों,

    आधुनिक भारत में चिकित्सा विज्ञान ने अत्यधिक प्रगति की है। आज, हम चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं, और एम्स ऋषिकेश इस प्रकार की उच्चतम गुणवत्ता और सेवा को गर्वपूर्वक प्रस्तुत कर रहा है।

    अतः मेरा आग्रह है कि आप सभी विद्यार्थी को अपने कार्य में पूरा मन, समर्पण, और संवेदनशीलता से काम करते रहने का संकल्प करें। स्वस्थ भारत के निर्माण में हम सभी की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।

    आशा है कि आप सभी अपने उद्देश्यों को प्राप्त करेंगे और एम्स ऋषिकेश के मानव सेवा के संकल्प के साथ, अपने जीवन में नई ऊँचाइयों को छूने में सफल होंगे।

    मैं, एक बार पुनः इस कार्यक्रम में अपनी गरीमामयी उपस्थिति के लिए माननीय राष्ट्रपति महोदया का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आप सभी को उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ देता हूँ।

    जय हिन्द!