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    15-12-2024 : 10वीं विश्व आयुर्वेद कांग्रेस एवं आरोग्य एक्सपो-2024 में राज्यपाल ने किया प्रतिभाग।

    प्रकाशित तिथि: दिसम्बर 15, 2024

    10वीं विश्व आयुर्वेद कांग्रेस एवं आरोग्य एक्सपो-2024 में राज्यपाल ने किया प्रतिभाग।

    आयुर्वेद कांग्रेस एवं आरोग्य एक्सपो न केवल हमारी सांस्कृतिक धरोहर का उत्सव है बल्कि आयुर्वेद से भविष्य की स्वास्थ्य चुनौतियों का समाधान खोजने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है- राज्यपाल

    यह आयोजन हमारी समृद्ध विरासत, आयुर्वेद के ज्ञान को, आधुनिक विज्ञान के साथ जोड़ते हुए इसे और प्रभावी बनाकर विश्व कल्याण में और अधिक योगदान देगा- राज्यपाल

    राजभवन देहरादून 15 दिसम्बर, 2024

    राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने रविवार को परेड ग्राउंड में चल रही 10वीं विश्व आयुर्वेद कांग्रेस एवं आरोग्य एक्सपो-2024 के समापन समारोह में प्रतिभाग किया। चार दिन तक चले इस आयोजन में देश-विदेश के कई आयुर्वेदिक विशेषज्ञों, शोधकर्ताओं और शिक्षाविदों ने भाग लिया। राज्यपाल ने इस अवसर पर आयोजन स्थल पर लगे आयुर्वेद से संबंधित स्टॉलों का भ्रमण किया और जानकारी प्राप्त की।

    समापन समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि आयुर्वेद की आदर्श भूमि, देवभूमि उत्तराखण्ड अपनी प्राकृतिक संपदा, औषधीय पौधों के भंडार के लिए देश-दुनिया में प्रसिद्ध है, यहां पर आयुर्वेद कांग्रेस का आयोजन होना गर्व की बात है। राज्यपाल नेे कहा कि यह आयोजन न केवल हमारी सांस्कृतिक धरोहर का उत्सव है बल्कि आयुर्वेद से भविष्य की स्वास्थ्य चुनौतियों का समाधान खोजने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। उन्होंने आयुर्वेद कांग्रसे के सफल आयोजन के लिए विश्व आयुर्वेद फाउंडेशन, आयुष मंत्रालय और राज्य सरकार को बधाई दी और कहा इससे पूरी दुनिया को स्वास्थ्य से संबंधित चुनौतियों के समाधान को नया रास्ता मिलेगा।

    राज्यपाल ने कहा कि आयुर्वेद को डिजिटल स्वास्थ्य तकनीक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी आधुनिक प्रणालियों के साथ जोड़ने पर केंद्रित यह आयोजन आयुर्वेद को न केवल अधिक सुलभ बनाएगा बल्कि इसे वैश्विक स्तर पर प्रभावी रूप से प्रस्तुत करेगा। उन्होंने कहा कि इस 4 दिवसीय आयुर्वेद महाकुंभ में हमने विचारों, ज्ञान और नवाचारों का अद्भुत संगम देखा है। इस दौरान भारत एवं विश्व के कोने-कोने से प्रतिनिधियों, आयुर्वेदाचार्यों एवं विशेषज्ञों ने प्राचीन भारतीय चिकित्सा धरोहर आयुर्वेद को प्रसारित करने के लिए जो चितन और मंथन किया, निश्चित ही इस मंथन के अमृत परिणाम निकट भविष्य में वैश्विक फलक पर देखने को मिलेंगे।

    राज्यपाल ने विश्वास जताया कि यह सम्मेलन भारत के प्राचीन ज्ञान, आयुर्वेद और योग की शक्ति को वैश्विक स्तर पर व्यापकता प्रदान करने में सफल होगा। साथ ही हमारी समृद्ध विरासत, आयुर्वेद के ज्ञान को, आधुनिक विज्ञान के साथ जोड़कर, और प्रभावी बनाकर विश्व कल्याण में और अधिक योगदान देगा। राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड की प्राकृतिक सुंदरता और आध्यात्मिक विरासत इसे आयुर्वेदिक पर्यटन और समग्र चिकित्सा के लिए एक आदर्श स्थल बनाते हैं, आयुर्वेद कांग्रेस के आयोजन से यहां वेलनेस टूरिज्म को भी प्रोत्साहन मिलेगा।

    समापन समारोह में सचिव आयुष रविनाथ रामन, अपर सचिव विजय कुमार जोगदण्डे, महासचिव राष्ट्रीय आयोजन कमेटी प्रो. अनूप ठक्कर, राष्ट्रीय आयोजन सचिव डॉ. शिव कुमार, संयुक्त सचिव राष्ट्रीय आयोजन कमेटी प्रवीन रामदास, डॉ. के.डी. पुरोहित अध्यक्ष विज्ञान भारती उत्तराखण्ड सहित देश एवं विदेश से आये प्रतिनिधि मौजूद रहे।