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    11-10-2024 : ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के चैथे दीक्षांत समारोह में माननीय राज्यपाल महोदय का सम्बोधन।

    प्रकाशित तिथि: अक्टूबर 11, 2024

    जय हिन्द!

    भारत के भविष्य के कर्णधार युवा पीढ़ी और इस पीढ़ी को तराशने में लगे गुरुओं के मध्य ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के चैथे दीक्षांत समारोह में आकर मुझे बहुत ही प्रसन्नता हो रही है सर्वप्रथम, मैं आप सभी को इस महत्वपूर्ण अवसर पर बधाई देता हूँ।

    दीक्षांत समारोह स्टूडेंट के जीवन की सबसे यादगार उपलब्धियों में से एक है। यह दिन उत्सव, चिंतन और प्रत्याशा का दिन है। आप सभी छात्र-छात्राओं ने अपनी मेहनत और समर्पण से यह मुकाम हासिल किया है, जो भविष्य में आपको और ऊंचाइयों पर ले जाएगा।

    शिक्षा केवल डिग्री प्राप्त करना नहीं है, बल्कि यह समाज के प्रति आपकी जिम्मेदारी को समझने और उसे निभाने की प्रेरणा भी देती है। आज के इस अवसर पर हम आपकी उपलब्धियों का सम्मान करते हैं साथ ही आपके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं।

    विश्वविद्यालय और इसके संकाय, युवा छात्र एवं छात्राओं को जीवन की नई यात्रा शुरू करने के लिए स्नातक होते देखकर गर्व महसूस करते हैं। जहां छात्र अपनी डिग्री और पदक प्राप्त करने के रोमांच और उत्साह का आनंद लेते हैं, वहीं यह माता-पिता के लिए भी अपने बच्चों की उपलब्धि पर गर्व करने का अवसर है।

    आप समाज के कल्याण और देश के विकास में योगदान देने के लिए तत्पर रहेंगे, मुझे पूरा यकीन है। आज के इस महत्वपूर्ण अवसर पर शिक्षकों और अभिभावकों को भी बधाई देता हूँ जिन्होंने छात्रों को इस सफलता तक पहुँचाने में अहम सहयोग किया है।

    मुझे प्रसन्नता है कि ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी, उत्तराखण्ड के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों में से एक है और इसने हमारे राज्य के शैक्षिक परिदृश्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। शैक्षणिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने, विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे, शोध एवं समग्र शिक्षा प्रदान करने पर जोर देने के लिए विश्वविद्यालय के प्रयास सराहनीय हैं।

    मुझे यह जानकर खुशी हुई कि अनुसंधान, विश्वविद्यालय में प्रगति का एक प्रमुख पहलू रहा है। जनवरी 2023 से, ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के सदस्यों ने स्कोपस/एससीआई/यूजीसी केयर जर्नल्स में 2708 पेपर/बुक चैपट्र्स/कॉन्फ्रेन्स प्रोसिडिंग्स का योगदान दिया है। विश्वविद्यालय के संकाय सदस्यों ने जनवरी 2023 से 488 पेटेंट पब्लिश किए हैं और इनमें से 28 पेटेंट ग्रान्ट किए जा चुके हैं।

    मुझे यह भी बताया गया है कि अन्य विश्व स्तरीय संस्थानों के साथ अकादमिक संबद्धता के लिए वैश्विक गठजोड़ और उद्योग जगत से बेहतरीन जुड़ाव के परिणामस्वरूप ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राओं को देश-विदेश के प्रमुख संगठनों में प्लेसमेंट के अवसर मिल रहे हैं।
    उत्तराखण्ड में न केवल पर्यटन स्थल के रूप में, बल्कि उद्योग, नवाचार और अनुसंधान के केंद्र के रूप में भी अपार संभावनाएं हैं। हमें स्थाई उद्योगों को विकसित करने, उद्यमशीलता को बढ़ावा देने और हमारे राज्य के समावेशी विकास के दृष्टिकोण में योगदान देने के लिए आप जैसे प्रतिभाशाली युवाओं की आवश्यकता है।

    मैं आपको वैश्विक रूप से सोचने और स्थानीय रूप से कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करता हूँ। आप जो भी करियर पथ चुनते हैं, याद रखें कि आपके कार्यों का आपके समुदाय, आपके देश और आपकी दुनिया पर स्थाई प्रभाव हो सकता है।

    किसी भी देश की प्रगति और विकास काफी हद तक उसकी मानव पूंजी की गुणवत्ता पर निर्भर और निर्धारित होता है। इस पहलू में हम सभी शामिल हैं, शिक्षा में हमारी संबंधित भूमिकाएं और योगदान हमारे राष्ट्र के भाग्य को आकार देने में निर्णायक सिद्ध होंगे।

    भारत का आर्थिक विकास और परिवर्तन आंतरिक रूप से इसकी शिक्षा और कौशल से जुड़ा हुआ है। केवल एक शिक्षित देश ही विकसित देश बनने की आकांक्षा पूरी कर सकता है। इसलिए हमें सफलता प्राप्त करने के लिए विश्व स्तरीय क्वाल्टी एजुकेशन सिस्टम बनाने की आवश्यकता है।

    2030 तक, भारत दुनिया का सबसे युवा राष्ट्र होगा, जिसमें लगभग 140 मिलियन आकांक्षी उच्च शिक्षा संस्थानों में प्रवेश करने के लिए तैयार होंगे। यह ध्यान रखना दिलचस्प होगा कि अगले 10 वर्षों में, दुनिया में हर चार स्नातकों में से एक भारतीय उच्च शिक्षा प्रणाली का उत्पाद होगा।
    ग्लोबलाइजेशन, बढ़ती प्रतिस्पर्धा, तेजी से तकनीकी प्रगति, आईसीटी उपकरण, इंटरनेट और सोशल मीडिया ने दुनिया को ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था बनने में योगदान दिया है। भारतीय शिक्षा प्रणाली को गुणवत्ता और मात्रा के बीच संतुलन बनाकर ज्ञान अर्थव्यवस्था में खुद को ऊपर उठाने की जरूरत है। समय की मांग है कि हम विश्व स्तरीय विश्वविद्यालयों के निर्माण पर जोर दें जो नवाचार और अनुसंधान उत्कृष्टता के केंद्र बनें।

    मौजूदा समय हमारे लिए ढेरों अवसर अपने साथ लाया है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्लाउड कंप्यूटिंग, बिग डेटा, ड्रोन टेक्नोलॉजी, क्वांटम कंप्यूटिंग, ऑगमेंटेड रियलिटी, मेटावर्स जैसी तकनीकें जहां तेजी से बदलाव ला रही हैं, वहीं मौजूदा पीढ़ी के लिए रोमांचक अवसर भी पेश कर रही हैं।

    शिक्षा क्षेत्र के साथ ही अन्य सभी क्षेत्रों में एआई की भूमिका लगातार विकसित हो रही है। जैसे-जैसे विज्ञान आगे बढ़ रहा है, एआई तकनीकें और अधिक परिष्कृत होती जा रही है।

    इसलिए यह आवश्यक है कि शैक्षणिक समुदाय के सभी हितधारक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और अन्य प्रौद्योगिकी आधारित शिक्षा के साथ एक पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण के लिए एक साझा लक्ष्य की दिशा में मिलकर काम करें। यह शिक्षार्थियों को अधिक लचीलेपन के साथ आवश्यक कौशल प्राप्त करने, समझने और जोड़ने में सक्षम बनाएगा।

    भविष्य के कार्यों में मानव कौशल के बढ़ते महत्व को देखते हुए, शैक्षिक प्रणालियों को तकनीकी दक्षताओं को पढ़ाने से आगे बढ़कर इन क्षमताओं के विकास को अपनाने की आवश्यकता है।
    हमें छात्रों को भावनात्मक बुद्धिमत्ता, प्रासंगिक समझ, आलोचनात्मक सोच और समस्या-समाधान कौशल विकसित करते हुए तकनीक के साथ प्रभावी ढंग से बातचीत करने के लिए तैयार करना चाहिए।

    साथियों,

    मुझे इस बात को लेकर गहरी चिंता है कि हमारे युवाओं में नशे की प्रवृति निरंतर बढ़ रही है, जो देश समाज के लिए बहुत ही घातक है। नशा हमारे समाज, विशेषकर युवाओं के भविष्य को अंधकार में धकेल रहा है। यह न केवल शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, बल्कि अपराध और सामाजिक अस्थिरता को भी जन्म देता है।

    सरकार, सामाजिक संगठनों, और खासकर शिक्षा संस्थानों को मिलकर इस गंभीर समस्या से निपटने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। मैं युवाओं को नशे से दूर रहने और अपने जीवन को सकारात्मक दिशा में ले जाने हेतु विनम्र अपील करता हूँ।

    मेरे प्यारे छात्र-छात्राओं,

    जब आप पेशेवर दुनिया में कदम रखते हैं, तो मैं आपसे आग्रह करता हूँ कि आप सीखते और खोजते रहें। निडर होकर नवाचार करते रहें, लगातार सवाल करें और जो संभव है उसकी सीमाओं को आगे बढ़ाने का प्रयास करें।

    हमेशा याद रखें कि ज्ञान के साथ बड़ी जिम्मेदारी भी आती है। समाज की बेहतरी के लिए अपने कौशल और प्रतिभा का उपयोग करें। अपने प्रयासों में नैतिक, समावेशी और सहानुभूतिपूर्ण बनें। सीमाओं के पार सहयोग करें, क्योंकि हम आज जिन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, वे वैश्विक प्रकृति की हैं।

    दुनिया हमेशा बदलती रहती है और प्रासंगिक बने रहने के लिए अनुकूलन क्षमता महत्वपूर्ण है। निरंतर सीखते रहें। मार्गदर्शन लें और दूसरों के लिए मार्गदर्शक बनें। नेटवर्क बनाएं, क्योंकि सहयोग से अक्सर सबसे महत्वपूर्ण नवाचार होते हैं, यह आपको मेरा सुझाव है।

    आज देश अपने इतिहास के एक निर्णायक मोड़ पर हैं, जब हम 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को लेकर कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ रहे हैं। यह समय बहुत महत्वपूर्ण है, चुनौतियां बड़ी हैं। आप परिवर्तन के एजेंट हैं, मुझे यकीन है कि आप में से प्रत्येक इस संस्थान से प्राप्त संपूर्ण मूल्यों और गुणों को आत्मसात करके आत्म निर्भर भारत, विश्व गुरु भारत और विकसित भारत के संकल्प को साकार करने में अपना सर्वाेच्च योगदान देंगे।

    मैं आप सभी को शुभकामनाएं देता हूँ कि आप जो भी प्रयास शुरू करें, उसमें आपको सफलता मिले। आपके जीवन में यह दिन एक विशेष और महत्वपूर्ण दिन है। आपकी आगामी यात्रा आपके सपनों के अनुकूल खूबसूरत हो।

    मुझे विश्वास है कि आप अपनी उन्नति के साथ-साथ इस महान देश की प्रगति में अपना सर्वाेच्च योगदान देंगे। आपके उज्ज्वल और सफल भविष्य के लिए हृदय से शुभकामनाएं।

    जय हिन्द!