10-02-2025 : परीक्षा पे चर्चा-2025 कार्यक्रम में माननीय राज्यपाल जी का संबोधन
जय हिन्द!
सम्मानित अतिथिगण, शिक्षकगण, अभिभावकगण और मेरे प्यारे छात्र-छात्राओं! युवाओं के बीच पहुंचकर, उनसे मिलकर, उनसे संवाद करने पर मुझे अपने अंदर अपार ऊर्जा की अनुभूति होती है।
आप सभी के बीच आज माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के प्रेरणादायक कार्यक्रम ‘‘परीक्षा पे चर्चा’’ के 8वें संस्करण में सम्मिलित होकर मैं बहुत सम्मानित महसूस कर रहा हूँ।
‘‘परीक्षा पे चर्चा’’ कार्यक्रम एक ऐसा मंच है जहां हम अपने युवाओं के साथ जुड़ सकते हैं और उनकी चुनौतियों को समझ सकते हैं। इसका उद्देश्य बच्चों को परीक्षा के तनाव से मुक्ति और सेल्फ कॉन्फिडेंस बढ़ाना है। आज की चर्चा में आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने विद्यार्थियों, अभिभावकों और अध्यापकों को जो टिप्स दिए हैं मुझे विश्वास है कि आप सभी इन्हें आत्मसात करेंगे।
माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की ‘‘परीक्षा पे चर्चा’’ पहल छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के लिए एक अभिनव कार्यक्रम है। यह कार्यक्रम न केवल छात्रों को परीक्षा के तनाव से निपटने में मदद करता है, बल्कि यह उन्हें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए भी प्रेरित करता है।
यह कार्यक्रम विद्यार्थियों को उनके सपने पूरा करने में सहायता करने के लिए उनके माता-पिता और शिक्षकों का भी मार्गदर्शन करता है। साथ ही विद्यार्थियों के आत्मविश्वास को बढ़ाने में भी मदद मिलती है। वे परीक्षा में बेहत्तर प्रदर्शन कर सकते हैं। परीक्षा पे चर्चा छात्रों को विभिन्न विषयों पर ज्ञान और समझ बढ़ाने में मदद कर सकती है।
आज के दिन पूरे देश के विद्यार्थी, अभिभावक एवं शिक्षक इस रोमांचक एवं प्रेरणादायी क्षण का हिस्सा बनकर गौरवान्वित महसूस करेंगे एवं निश्चित रूप से कार्यक्रम से लाभान्वित होंगे।
प्यारे बच्चों! जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता है आप हमेशा कठिन परिश्रम करते हुए अपने सपनों को हकीकत में बदलने का प्रयास करते रहें।
दबाव को हमें अपने मन की स्थिति से जीतना जरूरी है। मेरा अभिभावकों को सुझाव है कि बच्चों को दबावों से मुकाबला करने में मदद करें। हम किसी भी प्रकार के दबाव को झेलने के लिए अपने बच्चों को सामथ्र्यवान बनाएं।
छात्रों की चुनौतियों का समाधान अभिभावकों के साथ-साथ शिक्षकों को भी सामूहिक रूप से करना चाहिए। मेरा मानना है कि शिक्षक नौकरी की भूमिका में नहीं हैं बल्कि वे छात्रों का जीवन संवारने की जिम्मेदारी निभाते हैं।
स्वस्थ प्रतिस्पर्धा छात्रों के विकास के लिए सहायक सिद्ध होता है। मेरा अभिभावकों से आग्रह है कि अपने बच्चों के बीच कभी प्रतिस्पर्धा और प्रतिद्वंद्विता के बीज न बोएं, बल्कि भाई-बहन एक-दूसरे के लिए प्रेरणा स्रोत बनें, हमें घर में ऐसा माहौल तैयार करना चाहिए।
प्यारे बच्चों! मेरा आप सभी को एक अहम सुझाव है कि आप रोजाना खुद अपनी नोटबुक में कुछ न कुछ जरूर लिखें। यदि आपके पास वह अभ्यास है, तो यह परीक्षा हॉल का अधिकांश तनाव दूर करने में सहायक होगा।
हमें चीजों को प्राथमिकता देने का ज्ञान होना चाहिए। यह अनुभव और हर चीज़ का विश्लेषण करने के साथ आता है। अपनी गलतियों को सबक मानते हुए हमें अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयासरत रहना चाहिए।
प्यारे बच्चों,
जीवन में निराश होने से बचना चाहिए। एक बार निर्णय लेने के बाद केवल सकारात्मकता ही बचती है। जब कुछ करने का संकल्प मजबूत हो तो निर्णय लेना आसान हो जाता है। जब स्वार्थ का कोई मकसद नहीं होता तो निर्णय में कभी भ्रम नहीं होता है।
हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी एक ऐसा राष्ट्र बनाने का प्रयास कर रहे हैं जहां न केवल वर्तमान बल्कि आने वाली पीढ़ियों को चमकने और अपनी क्षमता दिखाने का मौका मिले। मैं आप सभी को अपने जीवन के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए हृदय से शुभकामनाएं देता हूं।
मुझे यह भी बताया गया है कि राज्य के दूरस्थ क्षेत्र के दस से अधिक विद्यार्थियों ने अपने वीडियो बनाकर अपनी जिज्ञासा को माननीय प्रधानमंत्री जी तक पहुँचाया। 01 बालिका का रैंडम चयन परीक्षा पे चर्चा हेतु विकसित क्यूरेटेड गतिविधि के लिए हुआ जिसका आयोजन नई दिल्ली में सम्पन्न हुआ और इस बालिका का प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा।
दूरस्थ क्षेत्र पिथौरागढ़ एवं चमोली के विद्यार्थियों को नई दिल्ली में जाकर इसके माध्यम से अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने का अवसर मिला एवं माननीय प्रधानमंत्री जी से संवाद करने का अवसर मिला।
मेरा विश्वास है कि यह कार्यक्रम छात्रों के लिए परीक्षा को एक उत्सव की तरह महसूस करने का अवसर देगा, साथ ही माता-पिता और शिक्षकों के लिए भी एक मार्गदर्शन का स्रोत बनेगा। यह चर्चा छात्रों को एग्जाम के दबाव से मुक्त करने और उन्हें आत्मविश्वास से भरी तैयारी के लिए प्रेरित करने में एक अहम भूमिका निभाएगा।
मैं माननीय प्रधानमंत्री जी को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने इस नवाचारी पहल से समाज को एक नया अनुभव प्रदान करने का अवसर दिया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए इसमें शामिल होने वाले सभी अतिथियों, शिक्षकों, छात्रों और अभिभावकों को मैं हार्दिक धन्यवाद देता हूं।
वास्तव में यह कार्यक्रम परीक्षाओं को एक नई दृष्टि देखने का नजरिया विकसित करता है। मुझे विवास है कि आज हुई परीक्षा पे चर्चा, विद्यार्थियों, अभिभावकों एवं शिक्षकों के लिए परीक्षा के दौरान तनाव को कम करने के साथ-साथ मानसिक रूप से मजबूत करने में मददगार साबित होगी।
आप कड़ी मेहनत करते हुए अपने उज्ज्वल भविष्य का सपना साकार करने में सफल हों, आगे चलकर राष्ट्र निर्माण में आप अपना सर्वाेच्च योगदान देंगे, इसी आशा और अपेक्षा के साथ में आपको अपनी ओर से असीम शुभकामनाएं देता हूं।
जय हिन्द!