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    07-12-2024 : राजभवन में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उत्तराखण्ड द्वारा आयोजित ‘‘नशा मुक्त उत्तराखण्ड’’ पर आधारित संगोष्ठी कार्यक्रम में मा. राज्यपाल महोदय का संबोधन

    प्रकाशित तिथि: दिसम्बर 7, 2024

    जय हिन्द!

    ‘‘नशामुक्त उत्तराखण्ड’’ पर आधारित इस संगोष्ठी कार्यक्रम के माध्यम से मैं शासन-प्रशासन सहित इस मिशन से जुड़े संगठनों, स्वयंसेवकों, कार्यकर्ताओं व जागरूक नागरिकों का तहे दिल से अभिनंदन करता हूँ। आप सभी की सक्रियता और अथक प्रयासों से आज समाज में एक सकारात्मक बदलाव आ रहा है।

    साथियों,

    नशा केवल व्यक्तिगत लत नहीं है बल्कि यह सामाजिक और आर्थिक विकास में अवरोध भी पैदा करता है। यह एक ऐसी बुराई है जो न केवल व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बर्बाद करती है, बल्कि समाज में अपराध और असामाजिक गतिविधियों को भी जन्म देती है।

    हम सभी को ड्रग्स, शराब, तंबाकू उत्पाद जैसे सभी प्रकार के नशे के विरुद्ध अपनी लड़ाई को और मजबूती के साथ आगे बढ़ाना है तभी हम ‘‘नशामुक्त उत्तराखण्ड’’ के स्वप्न को साकार कर पाएंगे। हमें इस मिशन में अपनी सक्रिय भूमिका निभाते हुए इस जन आंदोलन के प्रति लोगों को जागरूक करना है। यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। यह मात्र एक विषय नहीं है बल्कि हमारे भविष्य को सुरक्षित करने के लिए एक महत्वपूर्ण अभियान है।

    साथियों,

    आप सभी जानते हैं कि देवभूमि उत्तराखण्ड के शिक्षण संस्थानों में देश-विदेश से बच्चे शिक्षा ग्रहण करने के लिए आते हैं।

    शिक्षा का हब कहे जाने वाले उत्तराखण्ड में हमें इन मासूम बच्चों को ड्रग्स के कारोबारियों का निशाना बनने से बचाना है। आज के इस अवसर पर हमें इस गंभीर विषय पर चिंतन और मनन करके बच्चों व युवाओं को सही मार्गदर्शन देना है।

    नैतिकता, विवेक और अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियों को भूलकर नशीले पदार्थों को पाने के लिए नशे के आदी लोग चोरी, डकैती व अन्य गैरकानूनी तरीकों को अपनाने में भी संकोच नहीं करते और यह बहुत चिंता का विषय है। हमें युवाओं को नशे की बुरी लत से बचाकर उनका भविष्य अंधकारमय होने से बचाना है ताकि कोई भी परिवार बर्बाद न हो सके।

    आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने कहा था कि नशा कभी अकेले नहीं आता वो साथ में अंधकार, विनाश और तबाही भी लाता है। नशे के कारोबार से आतंकवाद को बढ़ावा मिलता है जिससे हमारे देश की आंतरिक सुरक्षा भी खतरे में आ जाती है।

    प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा भारत को नशामुक्त बनाने के उद्देश्य से देश के सभी जिलों में ‘‘नशामुक्त अभियान’’ चलाया जा रहा है। इनके अलावा भी समाज में नशे को रोकने व इसके शिकार लोगों को इससे बाहर निकालने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं।

    प्रदेश सरकार द्वारा भी उत्तराखण्ड को नशामुक्त करने के लिए विभिन्न अभियान चलाए जा रहे हैं। ‘‘ड्रग्स फ्री देवभूमि मिशन-2025’’ के तहत राज्य में नशीले पदार्थों की तस्करी को रोकने और इसके तंत्र को ध्वस्त करने के लिए लगातार कदम उठाए जा रहे हैं। सरकार व पुलिस आपसी सामंजस्य से इसपर काम कर रही है।

    नशे के शिकार हो चुके लोगों के लिए पुनर्वास केंद्रों को अधिक प्रभावी बनाया जा रहा है। स्कूलों, कॉलेजों में नशे के दुष्प्रभाव के बारे में शिक्षा दी जा रही है। नशे के आदी लोगों के लिए उपचार और काउंसलिंग सेवाओं के साथ ही अस्पतालों व पुनर्वास केंद्रों में विशेष प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं।

    नशे के कारोबार को रोकने में पुलिस की भूमिका भी बहुत महत्वपूर्ण है। और मुझे खुशी है कि उत्तराखण्ड पुलिस पूरी ईमानदारी के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रही है। नशे से संबंधित अपराधों को रोकने के लिए चलाए जा रहे अभियान हों या नशे के तस्करों पर कार्रवाई करने और उनकी संपत्तियां जब्त करने की योजना, सभी सराहनीय हैं।

    साथियों,

    हमें यह समझना अति आवश्यक है कि यह बुराई पनपती कहां से है। इसके लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार वो लोग हैं जो इन नशीले पदार्थों को बनाते हैं, हमें उनकी जड़ों को समूल नष्ट करना है।

    यह बहुत जरूरी है कि माता-पिता, शिक्षक बच्चों को नैतिक शिक्षा देने के साथ-साथ उन्हें नशे के दुष्प्रभावों से भी परिचित कराएं।

    मेरी आप सभी से यह अपील है कि अपने घरों, मोहल्लों और कार्यस्थलों पर लोगों के बीच नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूकता फैलाएं। युवाओं को इस बुराई से दूर रहने व अपने जीवन में कुछ बेहतर बनने के लिए प्रोत्साहित करें।

    युवाओं से अभी एक विषय याद आया है कि सरकार द्वारा बनाया गया डल ठींतंज च्वतजंस युवाओं के लिए एक बेहतरीन मंच प्रदान कर रहा है, जो उन्हें स्वयंसेवा, कौशल विकास और अनुभवात्मक शिक्षा के अवसर प्रदान करता है। इस पोर्टल के माध्यम से ‘‘विकसित भारत चैलेंज’’ में प्रतिभाग कर 15 से 29 आयु वर्ग के हमारे चयनित युवाओं को 11 और 12 जनवरी को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के समक्ष ‘‘विकसित भारत’’ पर अपना दृष्टिकोण प्रस्तुत करने का अवसर मिलेगा। युवाओं के लिए वास्तव में यह बहुत ही गर्व का क्षण होगा। इस पोर्टल पर पंजीकरण कर विकसित भारत के दृष्टिकोण को विकसित करने में भागीदार बनें।

    बुराइयों से दूर रहकर हमें अपने देश, प्रदेश व समाज के हित में की जा रही इस तरह की सकारात्मक पहल की ओर जाना चाहिए। जहां से हमारा भविष्य उज्ज्वल हो सकता है। ताकि हमारे माता-पिता, शिक्षक और समाज हम पर गर्व कर सकें।

    अंत में, मैं सभी कार्यकर्ताओं, संगठनों व जागरूक नागरिकों को यह विश्वास दिलाता हूँ कि ‘‘नशामुक्त उत्तराखण्ड’’ के इस अभियान में मेरी ओर से हर संभव मदद की जाएगी। इस अभियान को सफल बनाना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है।

    आओ! एक कदम बढ़ाएं
    उत्तराखण्ड को नशामुक्त बनाएं।

    जय हिन्द!