Close

    05-04-2025:गार्गी चैटबॉट के शुभारंभ हेतु माननीय राज्यपाल महोदय का संबोधन।

    प्रकाशित तिथि: अप्रैल 6, 2025

    जय हिन्द!

    आप सभी को नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ!

    आज नारीशक्ति के इस पावन पर्व नवरात्रि के दिन बेहद सुखद संयोग है कि हम ‘गार्गी चैटबॉट’’ को जनता को समर्पित कर रहे हैं। यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित एक अभिनव पहल है, जो हमारी बेटियों और महिलाओं को कानूनी सहायता, करियर परामर्श, वित्तीय साक्षरता, सुरक्षा उपायों और स्वास्थ्य सेवाओं से जोड़ने का कार्य करेगा।

    बदलते समय के साथ यह आवश्यक हो गया है कि हमारी मातृशक्ति डिजिटल तकनीक का अधिकतम उपयोग करें। ‘गार्गी नारीशक्ति’ चैटबॉट इसी दिशा में एक पहल है, जो महिलाओं को उनके अधिकारों और अवसरों के प्रति जागरूक बनाने के साथ-साथ उन्हें आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर करेगा। मुझे विश्वास है कि यह प्लेटफॉर्म हमारी बेटियों और महिलाओं को सशक्त बनाएगा और उन्हें अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में सहायता करेगा। इस महत्वपूर्ण प्रयास के लिए मैं सिद्धार्थ माधव और उनकी पूरी टीम को बधाई देता हूँ।

    आज का युग डिजिटल क्रांति का है, जहाँ एआई और मशीन लर्निंग महिलाओं के सशक्तीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इसी दिशा में ‘गार्गी चैटबॉट’ एक अभिनव पहल है, जो महिलाओं को कानूनी सहायता, वित्तीय शिक्षा, करियर मार्गदर्शन, सुरक्षा समाधान और स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करता है।

    गार्गी का उद्देश्य महिलाओं को उनके अधिकारों, वित्तीय अवसरों और सुरक्षा उपायों के प्रति जागरूक बनाना है। यह घरेलू हिंसा, कार्यस्थल उत्पीड़न, साइबर अपराध जैसी कानूनी चुनौतियों से निपटने में मदद करता है। वित्तीय साक्षरता बढ़ाने, स्टार्टअप और स्वरोजगार को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ यह करियर विकास और कौशल प्रशिक्षण में भी सहायक है।

    उत्तराखण्ड की धरती नारीशक्ति की प्रतीक रही है। यहाँ की जीवट महिलाएँ न केवल घर और परिवार की जिम्मेदारी निभा रही हैं, बल्कि कृषि हो या व्यापार, शिक्षा हो या चिकित्सा, पुलिस हो या सेना, विज्ञान हो या तकनीकी का क्षेत्र। उत्तराखण्ड की महिलाएँ देश एवं प्रदेश की प्रगति में उल्लेखनीय योगदान दे रही हैं।

    इतिहास गवाह है कि जब भी समाज और राष्ट्र ने महिलाओं को अवसर दिए हैं, उन्होंने अपनी मेहनत, समर्पण और क्षमता से चमत्कार किए हैं। पर्यावरण संरक्षण के लिए चिपको आंदोलन से लेकर आज की महिला उद्यमियों तक, उत्तराखण्ड की महिलाओं ने हमेशा नेतृत्व किया है और समाज को नई दिशा दी है।

    आप सभी बेटियाँ हमारे उज्ज्वल भविष्य की नींव हैं। मेरा मानना है कि देश एवं प्रदेश का विकास केवल तभी संभव है, जब हमारी बेटियाँ सशक्त और आत्मनिर्भर हों, ताकि वे विकसित उत्तराखण्ड-विकसित भारत, के निर्माण में सक्रिय भूमिका निभा सकें।

    एक सशक्त नारी, एक सशक्त परिवार बनाती है, और सशक्त परिवार ही एक सशक्त राष्ट्र की नींव रखते हैं। इस अवसर पर, मैं सभी से यह अपील करता हूँ कि हम मिलकर उत्तराखण्ड की महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए काम करें और उन्हें हर क्षेत्र में आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करें।

    मैं सभी बेटियों और महिलाओं से अपील करता हूँ कि वर्तमान समय में नवाचार और तकनीकी का अधिकाधिक उपयोग करें।

    आप सभी को पुनः नवरात्रि की हार्दिक बधाई और शुभकामानाएँ।
    जय हिंद!