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    01-04-2024 : ओडिशा दिवस पर माननीय राज्यपाल महोदय का सम्बोधन

    प्रकाशित तिथि: अप्रैल 1, 2024

    जय हिन्द!

    आज का दिन ओडिशा के इतिहास में बहुत महत्वपूर्ण दिन है। ओडिशा के स्थापना दिवस पर समस्त ओडिशा वासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।

    ओडिशा दिवस जिसे उत्कल दिवस, के रूप में भी जाना जाता है,- इसका अर्थ है ‘‘गौरवशाली और अद्भुत देश’’। यह भारत के इतिहास की एक महत्वपूर्ण घटना है, और ओडिशा राज्य के गठन का जश्न है जो हर साल 1 अप्रैल को मनाया जाता है। यह ओडिशा का 89वां स्थापना दिवस है।

    मुझे इस बात की बहुत खुशी है कि आज के इस उत्सव को हम ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के महान संकल्प के साथ मना रहे हैं।

    1 अप्रैल, 1936 को अंग्रेजों द्वारा एक नये राज्य की स्थापना की गयी। और इस राज्य का नाम उड़ीसा रखा क्योंकि इस नये राज्य के अधिकांश नागरिक ओड़िआ भाषी थे। 4 नवम्बर 2011 को उड़ीसा का नाम बदलकर ओडिशा कर दिया गया।
    ओडिशा कई लोकप्रिय पर्यटन स्थलों का घर है, यह अपने उत्कृष्ट मंदिरों के लिये विख्यात है। जिसमें पुरी, कोणार्क और भुवनेश्वर सबसे प्रमुख हैं और इसे पूर्वी भारत का स्वर्ण त्रिभुज कहा जाता है। पुरी के जगन्नाथ मंदिर जिसकी रथ यात्रा विश्व प्रसिद्ध है और कोणार्क का सूर्य मंदिर।

    ओडिशा, जिसे हम भगवान जगन्नाथ की भूमि कहते हैं, अपने आकर्षक इतिहास, सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। ओडिशा के अस्तित्व में आने के साथ ही भगवान जगन्नाथ की कथा भी इससे जुड़ी है।

    प्राचीनकाल में, ओडिशा कलिंग साम्राज्य का हिस्सा हुआ करता था। अशोक द्वारा इसे 250 ईसा पूर्व में जीत लिया गया था। तबसे लगभग एक सदी तक यहाँ मौर्य वंश का शासन रहा।

    ओडिशा की संस्कृति और ऐतिहासिक धरोहर के अलावा, इस राज्य की प्राकृतिक सौंदर्य भी अद्वितीय है। यहाँ पर पुराने मंदिर, कला और ऐतिहासिक स्थलों की खोज करने का अद्भुत अनुभव मिलता है। ओडिशा की संस्कृति और कला की धरोहर दुनिया भर में मशहूर हैं, जैसे कि अलंकृत मंदिरों का निर्माण, उनकी कला और वास्तुकला।

    ओड़िशा राज्य इतना विविधतापूर्ण और जीवंत है कि इसके प्रत्येक ज़िले में एक अनूठी परंपरा, संस्कृति और यहां तक कि एक विशिष्ट खाद्य विशेषता भी दिखाई देती है।

    ओडिशा राज्य को अतुल्य भारत की जान कहा जाता है, क्योंकि ओडिशा की खूबसूरती राज्य की प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विरासत के साथ ही ऐतिहासिक धरोहर पर टिकी हुई है। यहां पहाड़ियां, जल प्रपात, प्रकृति की छटा लिए राज्य की सुंदरता में चार चांद लगा रहे हैं। यात्रा के प्रति उत्साही पर्यटकों के लिए यह राज्य भारत के कुछ चुनिंदा राज्यों में से एक माना जाता है। यदि आप भारत की ऐतिहासिक विरासत, सांस्कृतिक धरोहर को करीब से जानने और पर्यावरण व प्रकृति के अति सुंदर दृश्यों को देखने की चाह रखते हैं, तो आपको ओडिशा अवश्य जाना चाहिए।

    इस ओडिशा स्थापना दिवस पर, हमें राज्य की ऐतिहासिकता, संस्कृति और विरासत को समझने और मनाने का एक समय मिला। ये समारोह हमारी ताकत का परिचायक है। ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की संकल्पना हमारी सदियों पुरानी एकता की शक्ति को बल देने वाली है।

    मैं आज के इस समारोह में यहां उपस्थित सभी महानुभावों को भारत के ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के संकल्प के साथ इस ऐतिहासिक दिवस की सभी ओडिशा वासियों को और आप सभी को हार्दिक बधाई देता हूँ।
    जय हिन्द!