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    07-11-2025 : उत्तराखण्ड राज्य स्थापना रजत जयंती उत्सव के अवसर पर पुलिस लाइन, देहरादून में माननीय राज्यपाल महोदय का सम्बोधन

    प्रकाशित तिथि: नवम्बर 7, 2025

    जय हिन्द!

    प्रिय उत्तराखण्ड वासियों,

    आप सभी को उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस के रजत जयंती समारोह की हार्दिक बधाई और असीम शुभकामनाएँ!

    आज हम उत्तराखण्ड की 25 वर्षों की गौरवशाली यात्रा का उत्सव मना रहे हैं। यह क्षण हमारे लिए खुशी और आत्म-गौरव के पल हैं।

    सर्वप्रथम, मैं उन सभी अमर शहीदों, आंदोलनकारियों और जननायकों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ, जिनके बलिदान और संघर्ष से यह राज्य अस्तित्व में आया। आज का यह रजत जयंती पर्व उनके प्रति हमारी सामूहिक कृतज्ञता का प्रतीक है।

    इस शुभ अवसर पर मैं, राज्य के सभी सैन्य बलों, अर्द्ध सैन्य बलों, पूर्व सैनिकों और वीर नारियों को हृदय से नमन करता हूँ। साथ ही अपने पुलिस बलों के सभी वीर जवानों का भी अभिनंदन करता हूँ जो आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था और शांति स्थापना में, हमेशा महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

    प्रिय प्रदेश वासियों,

    उत्तराखण्ड पुलिस ने इन वर्षों में अपनी कार्य कुशलता, अनुशासन और दूरदर्शी दृष्टिकोण से एक सशक्त और आधुनिक पुलिस बल के रूप में पूरे देश भर में अपनी विशिष्ट पहचान स्थापित की है।

    राज्य में ‘‘ड्रग्स-फ्री उत्तराखण्ड’’ के लक्ष्य की दिशा में पुलिस द्वारा अपराधियों के विरुद्ध निरंतर और प्रभावी कार्रवाई की जा रही है। साइबर अपराधों से निपटने हेतु विशेष रूप से प्रशिक्षित साइबर कमाण्डो तैयार किए गए हैं, जिससे डिजिटल सुरक्षा के क्षेत्र में नई क्षमता विकसित हुई है।

    पुलिस बल की दक्षता और व्यावसायिक कौशल में निरंतर वृद्धि हेतु पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय, नरेंद्र नगर को ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ के रूप में विकसित किया जा रहा है। साथ ही, कम्युनिटी पुलिसिंग पर विशेष बल देते हुए पुलिस ने जनता के साथ विश्वास, सहयोग और सहभागिता का सेतु मजबूत किया है।

    इस अवसर पर मैं उन सभी पुलिस अधिकारियों और जवानों को बधाई देता हूँ जिन्हें उत्कृष्ट कार्याें के लिए आज यहां पर सम्मानित किया गया है। उत्तराखण्ड पुलिस के द्वारा आज यहाँ पर एक बहुत ही शानदार और अनुशासित पुलिस परेड का प्रदर्शन किया गया, जिसकी मैं हृदय से सराहना करता हूँ।

    प्रिय प्रदेश वासियों,

    पिछले 25 वर्षों का सफर उत्तराखण्ड के सतत प्रयास, परिश्रम और प्रगति की कहानी है। यह कालखण्ड संघर्ष से सृजन तक, और सपनों से सिद्धि तक की यात्रा का साक्षी रहा है। राज्य की स्थापना के बाद से उत्तराखण्ड ने शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन, कृषि, उद्योग, विज्ञान, तकनीक और पर्यावरण संरक्षण सभी क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है।

    हमें खुशी है कि आज उत्तराखण्ड चार धाम यात्रा से आगे बढ़कर, वैश्विक वेलनेस डेस्टिनेशन, वेडिंग डेस्टिनेशन, शूटिंग डेस्टिनेशन, योग और आयुर्वेद डेस्टिनेशन आदि कई दिशाओं में आगे बढ़ रहा है। आज सैकड़ों युवा अपने गाँव लौटकर आत्मनिर्भरता और स्वावलम्बन का नया अध्याय लिखने लगे हैं।

    हमारी मातृशक्ति उत्तराखण्ड राज्य आंदोलन की रीढ़ रही है। जल, जंगल, पहाड़ और पर्यावरण के संरक्षण में हमारी मातृशक्ति का उल्लेखनीय योगदान रहा है।

    आज भी वही मातृशक्ति हमारे राज्य के विकास की सशक्त धुरी है। स्वयं सहायता समूहों से लेकर नवाचार आधारित स्टार्टअप्स तक, महिलाएँ आत्मनिर्भरता की नई कहानियाँ गढ़ रही हैं। उत्तराखण्ड की बेटियाँ शिक्षा, खेल, रक्षा और विज्ञान हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं। उनकी सफलता सम्पूर्ण समाज का गौरव है।

    21वीं सदी तकनीक और नवाचार की सदी है। आज जब एआई, सेमीकंडक्टर, और साइबर तकनीक विश्व की दिशा तय कर रहे हैं। हमारा लक्ष्य है कि आने वाले वर्षों में उत्तराखण्ड का हर युवा नई तकनीक, डेटा साइंस, ड्रोन और स्पेस रिसर्च की भाषा समझे। प्रदेश में स्टार्टअप, इनोवेशन हब और डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर का विस्तार इस दिशा में हमारी प्राथमिकता है। यही वह दिशा है, जहाँ से विकसित उत्तराखण्ड, विकसित भारत 2047 का मार्ग प्रशस्त होगा।

    प्रिय प्रदेश वासियों,

    जिस प्रकार स्वदेशी के मंत्र से देश की आजादी को बल मिला, ठीक उसी प्रकार स्वदेशी के मंत्र से देश की समृद्धि भी सुदृढ़ होगी। हमें वो सामान खरीदना चाहिए जो मेड इन इंडिया हो, जिसमें हमारे युवाओं का श्रम और मेहनत हो। यह आत्मनिर्भर भारत और आत्मनिर्भर उत्तराखण्ड के लिए सबसे बड़ा मंत्र है।

    माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी की हाल ही में हुई उत्तराखण्ड यात्रा ने रजत जयंती वर्ष की गरिमा और प्रेरणा को नई ऊँचाई दी। उनके सानिध्य और आशीर्वाद ने प्रदेशवासियों के हृदय में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार किया।

    यह हमारे लिए गर्व और सौभाग्य का विषय है कि रजत जयंती उत्सव के इस वर्ष हमें देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का सानिध्य और मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है, जो निश्चित ही राज्य के विकास के संकल्पों को नई दिशा और गति प्रदान करेगा।

    आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने बाबा केदार के प्रांगण से कहा था कि “21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखण्ड का दशक है।” यह उत्तराखण्ड के प्रति उनके विश्वास और अपेक्षाओं की अभिव्यक्ति थी। हम सबको मिलकर उस विश्वास को साकार करना है।

    इस अवसर पर मैं विशेष रूप से राज्य के युवाओं से कहना चाहता हूँ। आप ही उत्तराखण्ड के वर्तमान और भविष्य हैं। आपके सपने ही इस राज्य की दिशा तय करेंगे। आपको तकनीक, नवाचार, स्टार्टअप, खेल, संस्कृति और सेवा, हर क्षेत्र में नेतृत्व करना है।

    साथ ही, मैं आपसे आग्रह करता हूँ कि आप नशे और सामाजिक बुराइयों से दूर रहें, क्योंकि यह आपके उज्ज्वल भविष्य के लिए सबसे बड़ा खतरा है। हम मिलकर ड्रग्स फ्री उत्तराखण्ड अभियान को साकार कर ऐसा उत्तराखण्ड बनाएँ जो स्वस्थ, खुशहाल और आत्मनिर्भर हो।

    प्यारे प्रदेश वासियों,

    आइए! हम सब मिलकर यह संकल्प लें कि आने वाले वर्षों में उत्तराखण्ड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाएँगे, जहाँ विकास और प्रकृति, विज्ञान और संस्कृति, आधुनिकता और परंपरा, तकनीक और मानवता सब एक साथ आगे बढ़ें।

    यही उन सभी शहीदों और जन-नायकों के प्रति, हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी, जिन्होंने यह राज्य हमें सौंपा। और यह हमारी उस मातृभूमि की सच्ची सेवा होगी, जिसे हम “देवभूमि उत्तराखण्ड” कहते हैं।

    आप सभी को एक बार पुनः राज्य स्थापना दिवस की अग्रिम हार्दिक शुभकामनाएँ।

    जय हिन्द! जय उत्तराखण्ड!